राजनीति में आने को बेकरार आईएएस और आईपीएस

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विधानसभा चुनावों में प्रत्याशी बनने की कवायद

बीकानेर। प्रदेश में विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की विधिवत घोषणा होने से पहले अंदरखाने नजारा बड़ा दिलचस्प होता दिखाई दे रहा है। स्थापित नेताओं को पूरी तरह नजरअंदाज कर अफसरशाही इस चुनाव में अपने आप को आजमाने की कोशिश कर रही है।

दोनों ही पार्टी से कई रिटायर्ड आईएएस और आईपीएस अफसरों ने चुनावी समर में उतरकर विधानसभा सीटों पर जाकर बाकायदा प्रचार-प्रसार करना भी शुरू कर दिया है।

दो आईपीएस अधिकारी तो वीआरएस तक की अर्जी लगा चुके हैं। जिससे ब्यूरोक्रेसी में जबर्दस्त गर्माहट का माहौल है। अब यह तो समय बताएगा कि दोनों पार्टियां कितने आईएएस, आईपीएस को टिकट देंगी।

विश्वस्त सूत्रों के अनुसार साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपना भाग्य अजमाने के लिए कई आईपीएस अधिकारी अभी से ही चुनाव प्रचार में कूद गए और अपना पूरा समय उसी इलाके में दे रहे हैं जहां से चुनाव लडऩे की सोच रहे हैं।

इस बार इन ब्यूरोके्रट्स का झुकाव कांग्रेस की तरफ नजर आ रहा है। इन सबके बीच चर्चाओं का जोर है कि आगामी चुनाव में कई अफसर भी कांग्रेस पार्टी से टिकट की मांग कर रहे हैं। आलाकमान के साथ भी उनका जुड़ाव बना हुआ बताया जा रहा है।

राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक वीआरएस लेने के लिए सरकार के पास अर्जी दे चुके पुलिस महानिरीक्षक हरिप्रसाद शर्मा जयपुर ग्रामीण की फुलेरा सीट से चुनाव लडऩे की लगभग तैयारी कर चुके हैं।

इसी तरह पुलिस अधीक्षक मदन गोपाल मेघवाल खाजूवाला से, रिटायर्ड आईपीएस रामदेव चौधरी नागौर से, पूर्व डीजी नवदीप सिंह संगरिया, पूर्व आईपीएस हबीब खां गौरान डीडवाना से, तेजतर्रार पूर्व आरपीएस अधिकारी भैरुलाल मीणा उनियारा से, पूर्व आरपीएस अधिकारी हरसहाय मीणा अलवर के राजगढ़ से, आईएएस निरंजन आर्य की पत्नी पाली जिले के जैतारण से, पूर्व आईएएस लालचंद असवाल बगरू से, पूर्व आईएएस बीडी गुप्ता के अलावा कई अधिकारी चुनाव की तैयारी में हैं।

लेकिन पार्टी नाम का खुलासा नहीं कर रही है कि सरकार उनका वीआरएस रद्द न कर दे। देखने वाली बात ये है कि इन अफसरों का सरकारी नौकरी से मोहभंग ऐसे समय क्यों हो रहा है, जब आगामी विधानसभा चुनाव सिर पर हैं।

राजनीतिक लालसा के कारण छिप-छिप कर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करना आखिर किस तरह के संकेत माने जाएं!

गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी में सरकारी नौकरी से रिटायर्ड, एनजीओ अधिकारी, रिटायर्ड चिकित्सक, आरएएस और आईपीएस जुड़ रहे हैं। जिससे कांग्रेस की प्रोफेश्नल विंग में पार्टी सदस्यता में बढ़ोतरी हो रही है। जिससे पार्टी नेताओं के मनोबल में जबर्दस्त उत्साह नजर आ रहा है।

कांग्रेस पार्टी अपने आप मेें सभी क्षेत्र और मुद्दे पर अग्रसर और हमलावर नजर आ रही है।

राजनीति सूत्रों ने बताया कि सितम्बर के आखिरी में पार्टी कई चौंकाने वाले खुलासे करेगी। जिसमें माना जा रहा है कि प्रोफेशल विंग की लिस्ट जारी कर सकते हैं, जिसमें अधिकारियों को उम्मीदवार कहां से बनाया जाएगा उसका खुलासा हो सकते है।

 

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