संक्रमण का अंदेशा होने पर सैंपल टेस्टिंग करने का भी लिया निर्णय
बीकानेर। प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार ने प्रदेश के सभी साढ़े सात करोड़ लोगों की कोरोना के लिए स्क्रीनिंग कराने का फैसला किया है। स्क्रीनिंग के दौरान कोरोना संक्रमण का अंदेशा होने पर सैंपल टेस्टिंग भी करने का निर्णय लिया गया है। चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों के साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और जिला कलेक्ट्रेट के कर्मचारी स्क्रीनिंग का काम करेंगे।
देश में कोरोना संक्रमण के खतरों से निपटने के मामले में राजस्थान सबसे पहला राज्य है जिसने लॉकडाउन का फैसला किया था। अब अशोक गहलोत सरकार ने प्रदेश के सभी साढ़े सात करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग कराने का फैसला किया है। न्यूजफास्ट वेब को मिली जानकारी के अनुसार चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने वहां मीडिया को बताया है कि प्रदेश भर में स्क्रीनिंग का काम शुरू करने की तैयारी कर ली गई है। फिलहाल प्रदेश के कोरोना प्रभावित 11 जिलों में स्क्रीनिंग का काम चल रहा है और अगले एक-दो दिन में प्रदेश के सभी 33 जिलों के साढ़े सात करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी।
गौरतलब है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमित रोगियों की संख्या अब 106 हो गई है। जयपुर में आज कोरोना वायरस के 13 नए रोगी सामने आए हैं। इन नए रोगियों की संख्या के बाद जयपुर में 34 रोगी कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। रामगंज इलाके के 27 रोगी हैं। प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव रोगियों में भीलवाड़ा में 26, जयपुर में 34, झुन्झुनू में 8, जोधपुर में 7, अजमेर में 5, डूंगरपुर में 3, प्रतापगढ में 2, अलवर, चूरू, सीकर और पाली में 1-1 मरीज है। जबकि ईरान से लाए गए 17 भारतीय भी हैं जो कोरोना वायरस से पॉजिटिव हैं।
Kamal kant sharma newsfastweb.com