मरीजों के परिजन और समाजसेवकों ने संभाला सफाई का मोर्चा
बीकानेर। संभाग के सबसे बड़े अस्पताल पीबीएम में पिछले तीन दिनों से सफाई कर्मचारियों के धरने पर चले जाने से अस्पताल की सफाई व्यवस्था चौपट हो गई है।
अस्पताल के वार्ड और गलियारों में जगह-जगह कचरे के ढेर लगे नजर आ रहे हैं, बाथरूम का गंदा पानी वार्डों तक पहुंच रहा है लेकिन ठेकेदार और सफाई कर्मचारियों में सुलह करने में अस्पताल प्रशासन पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है। जिसका खमियाजा अस्पताल में आने वाले मरीजो और उनके परिजनों को उठाना पड़ रहा है। अस्पताल की बदहाल सफाई व्यवस्था के चलते मरीजों के परिजनऔर कुछ समाजसेवकों ने पीबीएम अस्पताल में सफाई का मोर्चा संभाल लिया है।
न्यूजफास्ट वेब को मिली जानकारी के अनुसार पीबीएम प्रशासन अस्पताल में सफाई की वैकल्पिक व्यवस्थाएं करने की बात तो कह रहा है लेकिन हकीकत यह है कि यहां आने वाले मरीजों के परिजन खुद ही अपने मरीज के बेड के पास सफाई करते नजर आ रहे हंै। वहीं कूड़ेदान भी पूरी तरह से कचरे से भर गए हैं और कचरा बाहर निकल कर आस-पास फैल गया है। एक ओर स्वास्थ्य विभाग कोरोना वायरस को लेकर लोगों को सचेत करने में जुटा है, वहीं दूसरी तरफ संभाग के सबसे बड़े अस्पताल में लगे गंदगी के ढेर से अब मरीज के परिजन भी खासा नाराज होते दिखाई दे रहे हैं।
बदहाल सफाई व्यवस्था से नाराज शहर की स्वयंसेवी संस्थाओं ने आज घेराव करते हुए पीबीएम अधीक्षक को मौके पर चलकर व्यवस्थाओं का मुआयना करने की बात कही। उन्होंने कहा कि यदि सफाई कर्मचारी नहीं लौट रहे हैं तो वह अस्पताल स्टाफ के साथ मिलकर सफाई करने को तैयार हैं।
इधर, धरने पर बैठे सफाई कर्मचारियों का कहना है कि ठेकेदार द्वारा उन्हें कम वेतन दिया जा रहा है और लंबे समय से उन्हें वह भी वेतन नहीं मिल रहा है। ऐसे में उनका घर चलाना मुश्किल होता जा रहा है लेकिन ठेकेदार और अस्पताल प्रशासन सफाई कर्मचारियों की कोई बात सुनने को तैयार नहीं है, इसलिए मजबूरन उन्हें धरना लगाना पड़ रहा है।
Kamal kant sharma newsfastweb.com