करमीसर गांव में बदला जा रहा है जनता क्लिीनिक का स्थान, लोगों का विरोध
बीकानेर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश को स्वस्थ्य बनाने की दिशा में जनता क्लिीनिक की घोषणा करते हुए प्रदेश के सभी जिलो में इसकी शुरुआत कर दी है लेकिन बीकानेर में जनता क्लिनिक की शुरुआत के पहले ही राजनीति की भेंट चढ़ती नजर आ रही है।
करमीसर गांव में स्वास्थ्य विभाग एक सामुदायिक भवन में क्लिनिक की शुरुआत के लिए काम भी करवा दिया लेकिन अब इसके स्थान परिवर्तन को लेकर ग्रामीणों ने धरना और अनशन शुरू कर दिया है।
न्यूजफास्ट वेब को मिली जानकारी के अनुसार करमीसर गांव में जनता क्लिीनिक का स्थान नहीं बदलने की मांग को लेकर क्षेत्र में रहने वाले पुरुष, महिलाओं और बच्चों ने धरना लगा दिया है। धरने पर बैठे ग्रामीणों का कहना है कि सीएमएचओ डॉ. बीएल मीणा ने खुद गांव के लोगों से सामुदायिक भवन में क्लिीनिक के लिए साथ मांगा था लेकिन जब क्लिीनिक बनकर तैयार हो गया तो उन्होंने इसके स्थान परिवर्तन की बात कह दी है, जबकि यह स्थान गांव के बीच होने से सभी के लिए उपयोगी है। इसलिए क्लिीनिक को यह रखा जाना चाहिए।
जनता क्लिीनिक के स्थान परिवर्तन के पीछे कुछ ग्रामीणों का कहना है कि जब सीएमएचओ ने खुद ग्रामीणों से सामुदायिक भवन में स्थान मांगा था और करीब 3 लाख रुपए का काम भी क्लिीनिक में हो चूका है फिर स्थान बदलने का कारण केवल राजनितिक ही हो सकता है। क्योंकि सामुदायिक भवन का निर्माण भाजपा विधायक के समय हुआ है और कांग्रेस विधायक इस भवन को बदलकर गांव से बाहर क्लिीनिक बनवाना चाहते हैं। इसलिए ग्रामीणों में स्थान परिवर्तन का विरोध है।
स्वास्थ्य विभाग के स्थान परिवर्तन और ग्रामीणों के धरने और अनशन के चलते मुख्यमंत्री के सभी को स्वस्थ्य बनाने की इस योजना में एक बार के लिए खलल जरुर डाला दिया है।
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