लम्बेे समय से संवैधानिक मान्यता के लिए किया जा रहा है आन्दोलन
बीकानेर। राजस्थानी मोट्यार परिषद की ओर से आज संभाग मुख्यालय पर मायड़ भाषा राजस्थानी की मान्यता की मांग को लेकर धरना दिया गया। इस धरने पर ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला, नोखा विधायक बिहारीलाल विश्नोई, श्रीडूंगरगढ़ विधायक गिरधारीलाल महिया, पूर्वमंत्री देवीसिंह भाटी सहित बड़ी संख्या में मायड़ भाषा समर्थक मौजद रहे।
मातृभाषा दिवस पर आयोजित इस धरने पर सभी ने राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता देने की बात कही। नोखा विधायक बिहारीलाल विश्नोई ने कहा कि भाषा की मान्यता नहीं मिलने से युवाओं को रोजगार के अवसर नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से बात कर राजस्थानीको प्रदेश की दूसरी राजभाषा का दर्जा देने की मांग रखी जाएगी।
वहीं ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने कहा कि विधानसभा में सर्वसम्मति से भाषा मान्यता का प्रस्ताव पारित होने के बाद भी आज तक राजस्थानी भाषा को मान्यता नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि राजस्थानियों की भावना के अनुरूप केंद्र सरकार को जल्द संविधान की 8वीं अनुसूची में राजस्थानीभाषा को शामिल करना चाहिए। राजभाषा के लिए भी मुख्यमंत्री को प्रस्ताव भेजे जाएंगे।
क्षेत्र के कद्दावर नेता देवीसिंह भाटी ने कहा कि सरकारों में राजस्थानी भाषा के लिए सही तरीके से पैरवी नहीं हुई है। कहीं न कहीं कमजोरी रही है, जिसकी वजह से राजस्थानीभाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में जगह नहीं मिली है। लेकिन अब राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता दिलवाने के लिए वे पूरी तरह से तैयार हैं और सभी के साथ हैं।
Kamal kant sharma newsfastweb.com