प्रदेश के तीन मंत्रियों ने भी बताई इस कानून को बनाए जाने की जरूरत
बीकानेर। देश में अभी सीएए और एनआरसी का बवाल थमा भी नहीं है कि जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाए जाने की मांग खड़ी होने लगी है। जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाए जाने की मांग आमजन या किसी संगठन की ओर से नहीं की गई है बल्कि अशोक गहलोत सरकार के तीन मंत्रियों ने यह मांग उठाई है।
जयपुर बैठे सूत्रों से न्यूजफास्ट वेब को मिली जानकारी के अनुसार पिछले दिनों राजधानी में आयोजित हुए एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा, परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और सूचना एंव जनसम्पर्क राज्य मंत्री सुभाष गर्ग ने जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाए जाने की पैरवी की है। इस कार्यक्रम के दौरान तीनों मंत्रियों ने कहा कि अब हम दो और हमारे दो के स्थान पर हम दो एवं हमारे एक का नारा दिया जाना चाहिए। एक बच्चे को लेकर राजस्थान सहित देशभर में कानून बनना चाहिए। समय की मांग को देखते हुए जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाया जाना चाहिए और इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
आयोजन में मौजूद राजनीति से जुड़े लोगों ने न्यूजफास्ट वेब को बताया कि मंत्रियों ने कहा था कि अब दो नहीं एक बच्चे का कानून बने और जो बच्चों का पालन-पोषण नहीं कर सकते उन्हें बच्चे पैदा करने का कोई अधिकार नहीं है। बच्चों को शिक्षा एवं चिकित्सा की सुविधा वहन नहीं कर सकने वाले दंपतियों को बच्चे पैदा करने का अधिकार नही है। डॉ. रघु शर्मा ने कहा था कि केंद्र सरकार को इस कानून के बारे में विचार करना चाहिए, यदि केंद्र की तरफ से इस बारे में कोई पहल होगी तो राज्य सरकार इसमें सहमति देगी।
उन्होंने कहा कि दो बच्चों का जमाना दो दशक पहले गया अब तो एक बच्चे का युग आ गया है। खाचरियावास ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून देश और प्रदेश में बनना चाहिए। वे इस बात के पक्ष में हैं कि एक से ज्यादा बच्चे किसी भी दंपति के नहीं होने चाहिए। सूत्रों ने बताया कि खाचरियावास ने तो यहां तक कहा था कि जनसंख्या नियंत्रण कानून की शुरूआत राजस्थान से हो, इसके लिए प्रयास किए जाएंगे। देश और प्रदेश की बढ़ती आबादी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि पूर्व पीएम स्व. इंदिरा गांधी ने जनसंख्या नियंत्रण को लेकर पहल की तो भाजपा के नेताओं ने ही विरोध किया था, लेकिन अब समय की मांग को देखते हुए उन्हे इस बारे में विचार करना चाहिए।
गौरतलब है कि बढ़ती आबादी देश के लिए अत्यंत चिंता का विषय है। इस समस्या से निपटने के लिए काफी समय से जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाए जाने पर चर्चा की जाती रही है। अब केन्द्र में भाजपा सरकार के आने के बाद लोगों को उम्मीद जगी है कि इस बारे में जल्दी ही कानून बनाया जाएगा और उसे लागू किया जाएगा।
Kamal kant sharma newsfastweb.com