महापौर के लिए चल रही खींचतान
बीकानेर। निकाय चुनाव के आए परिणाम के बाद से ही कांग्रेस-भाजपा अपने-अपने जीते पार्षदों की बाड़ेबंदी को और मजबूत करने में लगे हैं। आज भाजपा के जीते हुए पार्षदों को नगर निगम कार्यालय बस से लाया गया, वहां उन्हें जीत के प्रमाण पत्र दिए गए। इसके बाद पार्षदों को बस से वापस अज्ञात स्थान पर ले जाया गया।
न्यूजफास्ट वेब को मिली जानकारी के अनुसार भाजपा के पदाधिकारी निकाय चुनाव में जीते हुए 38 पार्षदों को आज अपरान्ह साढ़े तीन बजे नगर निगम कार्यालय ले जाया गया और वहां उन्हें जीत का प्रमाण पत्र दिए गए। साथ ही रिटनिंग ऑफिसर ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके बाद पार्टी के पदाधिकारी जीते हुए पार्षदों को बस में बैठा कर अज्ञात स्थान पर ले गए।
इस दौरान नर्वाचित पार्षद परिवार के सदस्य को देखकर भावुक हो गए और अपने परिजनों के गले मिले। वहीं पार्टी के पदाधिकारी एक-एक पार्षद को गिनकर बस में बैठा रहे थे। इस अवसर पर शहर भाजपा अध्यक्ष सत्यप्रकाश आचार्य, उपाध्यक्ष अशोक बोबरवाल, जिला महामंत्री मोहन सुराणा सहित पार्टी के कई पदाधिकारी मौजूद रहे। बोर्ड को लेकर भाजपा शहर अध्यक्ष सत्य प्रकाश आचार्य ने अपनी पार्टी का बोर्ड बनने का दावा जताया। उन्होंने कहा कि हमारे साथ बहुमत के लिए 7 निर्दलीय पार्षद हैं। भाजपा का बोर्ड निश्चित रूप से बनेगा। महापौर पद के लिए केन्द्र व प्रदेश जो निर्देश या निर्णय करेगा, उसी पार्षद को सर्वसम्मति से महापौर बनाएंगे।
राजनीति से जुड़े विश्वस्त सूत्रों ने न्यूजफास्ट वेब को बताया कि कांग्रेस के जीते हुए पार्षदों को पार्टी के पदाधिकारी एक स्थान पर एकत्र करने की कोशिश कर रहे हैं और कांग्रेस की ओर से भी अपनी पार्टी का महापौर बनाए जाने की कवायद की जा रही है।
फिलहाल महापौर पद के लिए भाजपा मेंं अन्दरूनी खींचतान जारी है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस अपने तीस पार्षदों को लेकर जीते हुए बागी प्रत्याशियों और निदर्लीय प्रत्याशियों का साथ मिलने की उम्मीदों में महापौर बनाने की कवायद में लगी हुई है।
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