बीकानेर। भारत और फ्रांस के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘अभ्यास शक्ति-2019’ का समापन आज महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में समारोहपूर्वक किया गया। इस अवसर पर एक-दूसरे की संस्कृति तथा सैन्य विरासत को जानने तथा उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले सैनिकों को सम्मानित भी किया गया।
रक्षा प्रवक्ता राजस्थान कर्नल संवित घोष ने न्यूजफास्ट वेब को बताया कि भारत और फ्रांस के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘अभ्यास शक्ति-2019’ 31 अक्टूबर से 13 नवम्बर तक आयोजित किया गया है। इस अभ्यास में भारतीय सैन्य दल में सिख रेजिमेंट का प्लाटून ग्रुप तथा फ्रांस सैन्य दल में 21 वी मैरीन इन्फेंट्री रेजिमेंट शामिल थी। इस अभ्यास का उदेश्य आपसी सहयोग, एक-दूसरे के सैन्य कार्यवाहियों के तौर तरीकों को जानकार कॉम्बेट ड्रिल, और इन परिस्थितियों में एक-दूसरे के कार्यवाही की समझ बढ़ाना था। इस अभ्यास को देख कर निश्चित रूप से ऐसा देखा गया कि दोनों सेनाएं इस उदेश्य को प्राप्त करने में समर्थ थी।
यह अभ्यास दो भागों में आयोजित किया गया। पहले भाग में दोनों सेनाओं द्वारा कॉम्बेट कंडिशनिंग और सामरिक प्रशिक्षण अभ्यास को सफलतापूर्वक पूर्ण किया गया, प्रथम भाग में जो प्रशिक्षण लिया गया था उसका दूसरे भाग में अभ्यास किया गया, जिसे सत्यापन भाग का नाम दिया गया। सैनिकों ने संयुक्त रूप से सत्यापन अभ्यास में भाग लिया जिसमे आब्जर्वर पोस्ट को बनाना, घेराबंदी, खोजबीन कार्यवाहियों तथा मकान खाली कराने की ड्रिल इत्यादि शामिल थी। इस संयुक्त अभ्यास के दौरान दोनों सेनाओं ने वैश्विक वातावरण पर आधारित आतंकवाद निरोधी अनुभवों को साझा किया।
समापन समारोह में फ्रांसीसी सेना की तरफ से समीक्षा अधिकारी डिप्टी हैड ऑफ मिशन एमएस दाना पुरकारेस्कु थे तथा भारतीय सेना की तरफ से जनरल ऑफिसर कमांडिंग, गांडीव डिवीजन, मेजर जनरल इंद्रजीत सिंह समीक्षा अधिकारी रहे। समापन समारोह के द्वारा दोनों देशो में मैत्रीपूर्ण संबधो को नई दिशा, ऊर्जा मिली।
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