प्रशासन की उदासीनता से शहरवासी परेशान, कई दिनों से बंद है कोटगेट का एक दरवाजा
बीकानेर। दीपावली पर्व पर शहर को सजाने के लिए जिला प्रशासन ने लाखों रुपए खर्च किए हैं लेकिन शहर का ह्रदय स्थल माने जाने वाला कोटगेट का एक दरवाजा प्रशासनिक अधिकारी लोगों के लिए नहीं खोल सके हैं। प्रशासन की उदासीनता के चलते लोगों के लिए बंद दरवाजा परेशानी का सबब बना हुआ है।
दरअसल, शहर के अंदरूनी क्षेत्र से बाहर की तरफ आने-जाने के लिए कोटगेट के तीनों दरवाजों का उपयोग काफी महत्वपूर्ण है लेकिन कोटगेट के तीन दरवाजों में से एक दरवाजे के नीचे से निकल रही सीवर लाइन के खराब होने के कारण इन दिनों दरवाजे के बीचोबीच खुदे गड्ढे के कारण यहां से आना-जाना बंद है। वहीं इस दरवाजे के पास लगे मिट्टी के ढेर से भी यातायात प्रभावित होता नजर आ रहा है। newsfastweb.com
दीपावली पर्व पर प्रशासन ने कोटगेट के तीनों दरवाजों को रंगबिरंगी लाइटों से सजा तो दिया है लेकिन बंद दरवाजे को खोलने की ओर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसकी वजह से लोगों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दीपावली की खरीददारी के लिए बाजार में आने वाले लोगों और आसपास के दुकानदारों को दरवाजा बंद होने से भारी परेशानी हो रही है।
दीपावली जैसे पर्व पर भी प्रशासन की उदासीनता का होना काफी चिंताजनक माना जा सकता है। इस प्रकार से प्रशासन की बेपरवाही से सरकार की छवि भी खराब हो रही है।
kamal kant sharma newsfastweb.com