कर्मचारी संगठनों से वार्ता करने के लिए हुई सक्रिय
बीकानेर। जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं वैसे-वैसे वसुंधरा सरकार रूठों को मनाने में सक्रियता बढ़ा रही है।
विधानसभा चुनाव के रण में राजनीतिक दलों में जारी घमासान के बीच कर्मचारी संगठन भी सक्रिय हो गए हैं। वहीं नाराज चल रहे कर्मचारियों से बातचीत को लेकर वसुन्धरा सरकार भी सक्रिय हो गई है।
कई कर्मचारी संगठन बातचीत की टेबल पर आ गए हैं। ऐसे में इन कर्मचारियों के साथ होने वाली वार्ता पर सीएमओ के स्तर पर भी मॉनिटरिंग की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक विभिन्न मांगो को लेकर कर्मचारी संगठन पिछले लम्बे समय से नाराज चल रहे हैं। चुनाव नजदीक आने के साथ ही अब कई कर्मचारी संगठनों को उम्मीद है कि ऐसे समय में उनकी मांगों को वसुंधरा सरकार पूरा कर सकती है। इसलिए कई संगठन दोबारा बातचीत करने की तैयारी कर चुके हैं।
वित्त विभाग के स्तर पर टाइम बाउंड प्रमोशन और कर्मचारियों की अन्य मांगो को लेकर आंतरिक कार्रवाई शुरू हो चुकी है।
वहीं राज्य कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने छह सितम्बर को आक्रोश रैली निकालने का ऐलान कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक अधिनस्थ मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ की ओर से सरकार को सौंपे गए मांग पत्र में कनिष्ठ सहायक की ग्रेड पे को 2800 से बढ़ाकर 3600 करना शामिल है। सचिवालय, विधानसभा, जेडीए, हाउसिंग बोर्ड, यूनिवर्सिटी के समान वेतन भत्ते तय करना भी शामिल है।
अब देखना यह होगा कि चुनाव आते-आते वसुन्धरा सरकार कितनों को मनाने में कामयाब होती है।