13 राज्यों में 35 वारदातें करनी कबूली, तीनों आरोपी पांच दिनों के पुलिस रिमाण्ड पर।
बीकानेर। डीजी ट्रेक मशीन चोरी करने वाली अन्तर्राज्यीय गैंग के तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से तीन मशीनें और एक कार भी बरामद की हैं। बरामद की गई मशीनों की कीमत तकरीबन 90 लाख रुपए आंकी जा रही है।
पुलिस अधीक्षक प्रदीपमोहन शर्मा ने आज मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी धीरज खटीक, रोहित धानक और नितेश हैं जो कि दिल्ली में अलग-अलग इलाकों में रहते हैं। इन आरोपियों ने हरियाणा, गुजरात, एमपी, यूपी, बिहार, दिल्ली सहित 13 राज्यों में इस प्रकार की 35 वारदातें करना कबूल किया है। तीनों आरोपी हाइवे और मुख्य सड़कों पर अण्डरग्राउण्ड वायरिंग के कार्य के दौरान वहां से मशीन चोरी कर लेते और उन्हें अन्य राज्यों में जाकर औने-पौने दामों पर बेच देते थे। आरोपी दूसरे प्रदेशों में जाकर वहां गूगल मैप के जरिए रास्तों की जानकारी हासिल करते थे। टोल प्लाजा आदि सार्वजनिक स्थानों पर जाने के दौरान ये आरोपी अपने वाहन की नम्बर प्लेट तक बदल लेते थे। इस अन्तर्राज्यीय गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार करने में बीछवाल थाना के उपनिरीक्षक जसवीर कुमार और पुलिस साइबर सैल के दीपक यादव ने महत्वपूर्ण सहयोग किया है।
गौरतलब है कि डीजी ट्रेक मशीन जमीन के अन्दर अन्य पाइप लाइनï्स और वायरिंग की जानकारी देने का कार्य करती है। यह मशीन बहुत छोटी है और एक सुटकेस में आसानी से आ जाती है।
परिवादी की सक्रियता से आए पकड़ में
इस अन्तर्राज्यीय चोर गैंग के सदस्यों की गिरफ्तारी में परिवादी बजरंगलाल की सक्रियता बहुत रही है। इसी वजह से परिवादी को पुलिस अधीक्षक प्रदीपमोहन शर्मा ने सम्मानित भी किया है। न्यूजफास्ट वेब को मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्ग-15 पर 29 मई को रिलायंस जियो का अण्डरग्राउण्ड वायरिंग का कार्य चल रहा था।
दिन में करीब सवा एक बजे एक कार में दो-तीन जने वहां आए और सूटकेस में रखी ट्रेक मशीन ऑपरेटर से छीन कर ले गए। तब परिवादी ने इस कार का पीछा किया। तब वो तीनों आरोपी अलग-अलग स्थानों पर चले गए तब भी परिवादी उनकी लगातार रेकी करता रहा। इस बीच परिवादी ने पुलिस में भी इसकी सूचना दे दी। बाद में परिवादी की मदद से पुलिस ने ट्रेक मशीन चोरी करने वाली गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।