अपने-अपने क्षेत्रों से फीडबैक लेने में जुटे मंत्री और विधायक
बीकानेर। न्यूज चैनल्स की ओर से लोकसभा चुनाव को लेकर दिखाए गए एग्जिट पोल ने कांग्रेस नेताओं की नींद उड़ा दी है। पिछले दो दिनों से कांग्रेस के सियासी गलियारों में ये एग्जिट पोल चर्चा का विषय बने हुए हैं। एग्जिट पोल में प्रदेश में कांग्रेस की दो या तीन सीटें आने का अनुमान बताया गया है। जिससे कांग्रेस नेता सकते में हैं।
राजनीति से जुड़े सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के शीर्षस्थ नेता, मंत्री और विधायक भले ही एग्जिट पोल में बताए जा रहे नतीजों को बिल्कुल खारिज करार दे रहे हों, लेकिन अन्दर ही अन्दर उन्हें बैचेनी भी हो रही है। एग्जिट पोल आने के बाद प्रदेश के मंत्री, विधायक और पार्टी के आला नेता अपने-अपने क्षेत्रों में बूथ के अनुसार फीडबैक लेने में जुटे हैं।
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के मंत्री और विधायकों को डर है कि अगर उनके क्षेत्र से पार्टी का प्रत्याशी पिछड़ता है तो उन्हें अपने अध्यक्ष की नाराजगी का सामना करना पड़ेगा। मंत्रियों, विधायकों के साथ-साथ पार्टी के लोकसभा चुनाव के 25 प्रत्याशी भी अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों से फीडबैक ले रहे हैं।
नतीजे नहीं रहे पक्ष में तो गिरेगी गाज
जानकारों के मुताबिक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी चुनाव प्रचार के दौरान कई सभाओं में यह कह चुके हैं कि जिन मंत्रियों के क्षेत्र में प्रत्याशी पिछड़ता है तो उन मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
वैसे भी कांग्रेस संगठन में प्रदेश स्तर पर बड़े बदलाव की बातें लगातार सामने आ रही है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं आता है तो मंत्रियों, विधायकों व संगठन के पदाधिकारियों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है।