महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं में सरकार के रवैये पर रोष

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सरकार दिन-प्रतिदिन बढ़ा रही कार्यभार, आंदोलन की तैयारी

बीकानेर। राजस्थान राज्य एलएचवी, एएनएम एसोसिएशन की ओर से आज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को ज्ञापन दिया गया जिसमें पीसीटीएस में एन्ट्री के लिए महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को पाबन्द किए जाने का विरोध किया गया। साथ ही इस बारे में जारी किए गए आदेश को वापस लेने की मांग सरकार से की गई।

एसोसिएशन की साजीदा बानों ने न्यूजफास्ट वेब को बताया कि ज्ञापन के जरिए स्वास्थ्य विभाग निदेशक को अवगत कराया गया है कि पीसीटीएस में एन्ट्री के लिए महिला स्वास्थ्य कार्यकताओं को पाबन्द किया जाना उचित नहीं हैं, क्योंकि महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताएं इस कार्य के लिए प्रशिक्षित नहीं हैं। न ही उन्हें टेबलेट या लेपटॉप दिया गया है।

साजीदा बानों के अनुसार स्वास्थ्य निदेशक को अवगत कराया गया है कि उनके पास पहले से ही बहुत ज्यादा कार्य है, ऊपर से दिन-प्रतिदिन महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का कार्यभार बढ़ाया जा रहा है लेकिन उन्हें दिए जा रहे भत्ते में कोई बढ़ोतरी नहीं की जा रही है और न ही अतिरिक्त भत्ता दिया जा रहा है। ऐसे में ये नया काम उन्हें देना बिल्कुल गलत है। वैसे भी सरकार ने डेटा एन्ट्री ऑपरेटर नियुक्त कर रखे हैं, फिर इस प्रकार के कार्य उन पर क्यों थोपे जा रहे हैं।

प्रदर्शनकारी महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के अनुसार सरकार अतिरिक्त कार्य के लिए अतिरिक्त वेतन देगी तो ठीक है अन्यथा ये आदेश वापस लेने होंगे। अगर सरकार ये कार्य जबरन उन पर थोपने की कोशिश करेगी तो प्रदेश भर में आन्दोलन किया जाएगा। प्रदर्शन में रजिया, ममता, कमला,भारती, अनिता, रीता,सरोज, चन्दू, इन्द्राणी, अन्जू, सुमन सहित बहुत सी महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता शामिल थीं।

 

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