कहा, 14 लोगों को मरवा दिया।
सुरेंद्रनगर। पाटीदार नेता हार्दिक पटेल सुरेंद्रनगर के एक गांव में जब लोकसभा चुनाव में रैली को संबोधित कर रहे थे तभी अचानक मंच पर एक शख्स आया और उसने उनको थप्पड़ जड़ दिया। उसके बाद वहां जोरदार हंगामा हो गया। हार्दिक पटेल ने कुछ दिन पहले ही कांग्रेस ज्वाइन की थी। वह जामनगर से चुनाव भी लडऩा चाहते थे लेकिन कोर्ट में लंबित एक मामले की वजह से वह नहीं लड़ सके।
दंगा भड़काने के दोषी
हालांकि गुजरात हाइकोर्ट के फैसले के खिलाफ कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल दो अप्रेल को सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। हार्दिक की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने तुरंत सुनवाई से इंकार कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जल्द सुनवाई की जरूरत नहीं है। कोर्ट ने कहा जब हार्दिक की सजा अगस्त 2018 में हुई थी तो आज क्या आफत आ रही है। गौरतलब है कि पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को दंगा भड़काने के मामले में गुजरात हाइकोर्ट ने दोषी ठहराया है।
दरअसल, हार्दिक ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर गुजरात हाइकोर्ट के फैसले को चुनौती दी। मेहसाणा में 2015 के एक दंगा मामले में दोषी होने पर रोक लगाने से गुजरात हाइकोर्ट ने इंकार कर दिया था। 2 साल से ज़्यादा सजा के मामले में दोषी हार्दिक चुनाव लडऩे के अयोग्य है। गुजरात हाइकोर्ट ने कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल की याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें मेहसाणा में 2015 के एक दंगा मामले में उनकी सजा को निलंबित करने की मांग की गई थी।