थानों में तैनात पुलिसकर्मियों की बीएमआई इंडेक्स भी देखा जाएगा
प्रशिक्षण के दौरान छह पुलिसकर्मियों की मौत के बाद जागे जिम्मेदार
बीकानेर। हाल ही में पीएम नरेन्द्र मोदी के फिटनेस चैलेंज को राजस्थान पुलिस ने स्वीकारा, डीजीपी सहित प्रदेश के कई आईपीएस अधिकारियों ने फिटनेस के फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किए, उसमें कई अधिकारी डंबल और प्लेट्स लिए दिखाई दिए और वाहवाही भी बटोरी, लेकिन प्रदेश पुलिस की हालत सोशल मीडिया की वाहवाही से कोसों दूर है।
प्रदेश में पिछले पांच साल के दौरान छह पुलिसकर्मी प्रशिक्षण के दौरान अपनी जान गंवा चुके हैं। इनमें सब इस्पेक्टर से लेकर सिपाही स्तर तक के पुलिसकर्मी शामिल हैं।
इन मौतों के बाद अब राज्य की सरकार ने पुलिसकर्मियों की फिटनेस को लेकर सोचना शुरू किया है। प्रदेश में पांच स्थानों पर पुलिसकर्मियों के लिए जिम बनाने की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
25 से ज्यादा मशीनें लगेंगी
जानकारी के मुताबिक प्रदेश में पांच पुलिस अकादमियों में जिम लगाने की तैयारी की जा रही है। इनमें जयपुर पुलिस अकादमी सहित आरपीटीसी जोधपुर, पीटीएस बीकानेर, पीटीएस किशनगढ़ और पीटीएस खैरवाड़ा में ओपन एयर जिम लगाने की योजना है। इन जिम में 25 से भी ज्यादा मशीनें ऐसी होंगी, जो सर्दी, गर्मी और बारिश में खराब नहीं होंगी।
पुलिसकर्मी सुबह सात बजे से रात आठ बजे तक इन मशीनों पर सेहत बना सकेंगे। ओपन एयर जिम लगाने के पीछे तर्क दिया जा रहा है कि जिम करने से पुलिसकर्मियों का शरीर पुष्ट होगा।
उनकी कार्यक्षमता में बढ़ोतरी होगी और उनके काम का स्तर भी सुधरेगा। एक साथ समय गुजारने और खुला वातावरण होने से मानसिक तनाव में भी कमी आएगी। तनाव के पहलू को ध्यान में रखते हुए आउटडोर जिमिंग को बढ़ाया जा रहा है।
इंडोर की तुलना में आउटडोर जिम में कसरत का यह प्रयोग कर्मचारियों में समन्वय, संतुलन और गतिशीलता बढ़ाएगा। बताया जा रहा है कि थानों में काम करने वाले पुलिसकर्मियों का बीएमआई इंडेक्स भी देखा जाएगा। जिनका इंडेक्स तय मानकों से ज्यादा होगा, उन्हें जिम में भेजा जाएगा।
मुख्यालय से ग्रीन सिग्नल, अब सरकार के पास फाइल
डीजीपी की अध्यक्षता वाली पीडीएफ कमेटी ने ओपन एयर जिम की फाइल पर मोहर लगा दी है। अब गृह विभाग की स्वीकृति बाकी है, जिसके भी जल्द मिलने की संभावना है। ओपन एयर जिम लगाने में लगभग 47 लाख रुपए का खर्च बताया गया है और 50 लाख रुपए तक प्रस्ताव पर गृह विभाग को स्वीकृति देने का अधिकार है।
प्रमोशनल दौड़ तक पूरी नहीं कर पा रहे पुलिसकर्मी
दरअसल, ट्रेनिंग और कसरत के अभ्यस्त नहीं होने के कारण पुलिसकर्मी प्रमोशनल दौड़ तक पूरी नहीं कर पा रहे हैं। पांच साल के वक्फे में छह पुलिसकर्मियों की ट्रेनिंग के दौरान मौत हो चुकी है। इस प्रकार के हादसों को रोकने के लिए और पुलिसकर्मियों को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए ओपन एयर जिम लगाने का निर्णय लिया गया है।