मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मीडिया से हुए रूबरू, मोदी सरकार रही टारगेट।
बीकानेर। चुनाव प्रचार के लिए बीकानेर दौरे पर आए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज सुबह मीडिया से रूबरू हुए। उनके संबोधन में मोदी सरकार टारगेट पर रही। इस दौरान उनके साथ स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा, ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला, रामेश्वर डूडी और लोकसभा प्रत्याशी मदनगोपाल मेघवाल भी मौजूद रहे।
गहलोत ने मोदी सरकार को टारगेट पर रखते हुए कहा कि मोदीजी ने एक भी वादा पूरा नहीं किया। मोदीजी राष्ट्रवाद, हिंदुत्व और सेना के नाम पर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि क्या हम हिंदू नहीं, बीजेपी चुनावों के समय ही क्यों गाय और राममंदिर को याद करती है। मोदीजी मार्केटिंग करना अच्छा जानते है और उन्होंने प्रशांत किशोर से मार्केटिंग सीख रखी है जो राजनीति में प्रयोग कर रहे हैं।
इस दौरान गहलोत ने मीडिया को भी जमकर आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की गरिमा को बनाएं रखना चौथे स्तंभ के रुप में मीडिया का भी कर्तव्य है, मीडिया को सभी राजनीतिक दलों पक्ष और विपक्ष को बिना डरे लोगों के सामने रखना चाहिए। गहलोत ने कहा कि मोदी सरकार में मीडिया भी दबाव में है मीडिया मालिक सिर्फ एक पक्ष को ही दिखाते हैं। मुझे मीडिया से शिकायत है, सीएम ने कहा कि युवा पीढ़ी को गुमराह नहीं होना चाहिए।
वहीं गहलोत ने मोदी द्वारा सेना को राजनीतिक उपयोग के सवाल पर कहा कि एयरफोर्स, नेवी और सेना सभी अपना काम कर रहे हैं लेकिन मोदीजी उनका श्रेय ले रहे हैं। कांग्रेस को भी सेना पर गर्व है, सर्जिकल स्ट्राइक जैसे कई कदम कांग्रेस ने भी उठाए थे मगर राजनीतिक फायदे के लिए सेना का कभी इस्तेमाल नहीं किया। सीएम गहलोत ने कहा कि कांग्रेस सबको साथ लेकर चलती है, कांग्रेस में सब एकजुट है, कोई विवाद नही है, यह सिर्फ मीडिया और चन्द लोगों की उपज है।
हनुमान बेनीवाल और बीजेपी के गठबंधन पर उन्होंने कहा कि इससे कांग्रेस को ही फायदा होगा। राफेल के सवाल पर गहलोत ने कहा कि राहुल ने पार्लियामेंट में राफेल मुद्दे पर बोलकर साहस दिखाया। राहुल गांधी ने जनता से किए वादों को विधानसभा चुनावों में मिली जीत के साथ ही पूरा किया है औऱ सभी राजनीतिक दल राहुल गांधी के पीछे खड़े हैं।
नाराज कार्यकर्ताओं को एकमंच पर लाने की कवायद
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने दौरे के दौरान नाराज हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को एकमंच पर लाने की कवायद भी की। आज प्रेसवार्ता के दौरान पार्टी से बागी होकर विधानसभा चुनाव लडऩे वाले गोपाल गहलोत भी मुख्यमंत्री के साथ दिखाई दिए। लोगों का कहना था कि गोपाल गहलोत फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। हालांकि पार्टी की ओर से इसकी घोषणा नहीं की गई है।