लोकसभा चुनाव से पहले बदलाव की कवायद, युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय इकाई ने नए लोगों को मौका देने के लिए दिए निर्देश।
बीकानेर। कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई और युवा कांग्रेस की प्रदेश इकाई में लोकसभा चुनाव से पहले बदलाव की कवायद शुरू हो गई है। दोनों ही संगठनों में प्रदेश कार्यकारिणी, जिलाध्यक्षों और ब्लॉक अध्यक्षों के पदों पर बदलाव होगा। दिल्ली में इसे लेकर मंथन भी किया जा रहा है। माना जा रहा है कि फरवरी में दोनों ही संगठनों की कार्यकारिणी में बदलाव देखने को मिलेगा। युवा कांग्रेस और एनएसयूआई के राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने इसके संकेत भी पार्टी पदाधिकारियों को दे दिए हैं।
दरअसल, विधानसभा चुनाव से पहले ही एनएसयूआई और युवा कांग्रेस की प्रदेश और जिला कार्यकारिणी में निष्क्रिय लोगों को बाहर करने की चर्चाएं जोरों पर थीं, लेकिन विधानसभा चुनाव के चलते इसे पेंडिंग रख दिया।
निष्क्रिय पदाधिकारी होंगे बाहर
अब दोनों ही संगठनों को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए निष्क्रिय लोगों को बाहर कर नए लोगों को मौका देने की कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए पार्टी के केन्द्रीय इकाई ने एनएसयूआई और युवाकांग्रेस के प्रदेशाध्यक्षों से निष्क्रिय पदाधिकारियों की सूची मांगी है।
उम्रपार पदाधिकारी भी होंगे बाहर
जानकारी के मुताबिक युवा कांग्रेस और एनएसयूआई में निर्धारित उम्र पार कर चुके कार्यकर्ताओं की भरमार है। खासकर युवा कांग्रेस में। एनएसयूआई में उम्र सीमा 18 से 27 वर्ष है तो युवाकांग्रेस में 18 से 35 वर्ष है, लेकिन युवा कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी में ज्यादातर ऐसे पदाधिकारी हैं, जो ये उम्र सीमा पार कर चुके हैं।
साथ ही कई जिलाध्यक्ष और ब्लॉक अध्यक्ष भी उम्र सीमा पार कर चुके हैं। इनके स्थान पर युवाकांग्रेस की राष्ट्रीय इकाई ने नए लोगों को मौका देने के निर्देश प्रदेशाध्यक्ष अशोक चांदना को दिए हैं।
वहीं विधानसभा चुनाव के दौरान भीतरघात करने वाले पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का भी खाका तैयार किया जा रहा है, इन पर भी पार्टी नेेतृत्व की गाज गिरना तय माना जा रहा है।