लोकसभा चुनाव के लिए दोनों पार्टियां तैयार, राहुल कंस्वा हैं वर्तमान सांसद।
बीकानेर। संभाग का चूरू लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र हर बार के चुनावों में सुर्खियों में रहा है। इस बार भी लोकसभा चुनाव में चूरू सुर्खियों में रहने वाला नजर आ रहा है। एक ओर बहुमत से सत्ता पर काबिज हुई बीजेपी अपनी साख बचाने के लिए हर तरह के प्रयास में है तो वहीं दूसरी ओर विपक्ष भी एक बार फिर सत्ता में आने के लिए किसी भी प्रकार का मौका नहीं छोडऩा चाहता है।
इसी बीच राजस्थान की बात करें तो प्रदेश में कुल 25 लोकसभा सीटे हैं और 2014 में हुए आम चुनाव में बीजेपी द्वारा 25 की 25 सीटों पर जीत हासिल की गई थी।
वहीं चूरू लोकसभा सीट की बात करें तो इस क्षेत्र में बीजेपी की खासी पकड़ रही है। 1999 से 2014 तक लगातार इस क्षेत्र में बीजेपी द्वारा ही जीत दर्ज की गई है। बीजेपी के राम सिंह कंस्वा इस क्षेत्र से लगातार 3 बार जीते थे। 1999 से लेकर 2009 तक इस क्षेत्र में लगातार राम सिंह कंस्वा ने ही जीत दर्ज की थी।
वहीं 2014 में हुए आम चुनाव में राम सिंह कंस्वा के बेटे राहुल कंस्वा को इस क्षेत्र से बीजेपी द्वारा उतारा गया था। राहुल कंस्वा ने इस क्षेत्र से बीएसपी के अभिनेश महर्षि को 2,94,39 मतों के अंतर से हराया था। राहुल कंस्वा राजस्थान के नौजवान एमपी में से एक हैं। यदि चूरू लोकसभा के इतिहास की बात करें तो इस क्षेत्र में जाटों का दबदबा है।
गौरतलब है कि वर्ष-2014 में राहुल कंस्वा के सामने प्रमुख प्रतिद्वन्द्वी के रूप में बसपा के अभिनेष महर्षि थे। वर्तमान में अभिनेश महर्षि भाजपा में हैं और वे रतनगढ़ से विधायक हैं।
वहीं चूरू लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से इस बार कांग्रेस की ओर से रामेश्वर डूडी के चुनाव मैदान में उतरने की बातें पिछले दिनों मीडिया में आई थीं। रामेश्वर डूडी इस बार विधानसभा चुनाव में भाजपा के बिहारीलाल बिश्नोई से कई हजार वोटों से पराजित हुए हैं।
वहीं यदि हाल ही में प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों की बात करें तो बीजेपी को मिली हार के बाद लोकसभा चुनाव में क्या होता है यह देखना बेहद दिलचस्प होगा। अब देखना यह भी होगा कि क्या इस बार कांग्रेस चूरू लोकसभा सीट पर बीजेपी के चुनावी रथ को रोक पाएगी।