कांग्रेस नेताओं में मंत्री बनने की लालसा धीरे-धीरे आम होती जा रही है। सियासी गलियारों में इन बयानों की चर्चाएं भी गहराने लगी हैं।
बीकानेर। संभाग की तारानगर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक नरेंद्र बुडानिया ने अभी हाल ही सार्वजनिक रूप से बयान दिया है कि वे मुख्यमंत्री तो नहीं हैं लेकिन मुख्यमंत्री से कम भी नहीं है। उनके इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा होनी शुरू हो गई है।
नरेंद्र बुडानिया जीत के बाद अपने विधानसभा क्षेत्र में पहली बार पहुंचे थे। इस अवसर पर पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर से उनका स्वागत कार्यक्रम रखा गया था, जिसमें बुडानिया के तारानगर में पहुंचने पर कार्यकर्ता ने ढोल-नगाड़े बजाते हुए जगह-जगह उनका अभिनन्दन किया था। विजय जुलूस के साथ पहुंचे बुडानिया आमसभा को सम्बोधित करते हुए बोले हमने जिन मुद्दों पर चुनाव लड़ा वो मुद्दे मेरे मंत्री नहीं बनने पर अधूरे नहीं रहेंगे बल्कि वो सब कार्य होंगे।
बुडानिया ने कहा कि मेरे में कोई कमजोरी नहीं है, मेरे दिमाग मैं कहीं नहीं है की में मंत्री नहीं बना तो मैं कमजोर हो गया, मैं इतना विश्वास दिलाना चाहता हूं कि मैं मुख्यमंत्री तो नहीं हूं लेकिन मुख्यमंत्री से कम भी नहीं हूं।
गौरतलब है कि बुडानिया कांग्रेस सरकार में मंत्री पद की दौड़ में थे, लेकिन पार्टी आलाकमान ने उन्हें मंत्री नहीं बनाया। उनकी ओर से सार्वजनिक रूप से दिए गए इन बयानों के बाद यह भी साफ हो गया है कि बुडानिया के मन में अब मंत्री पद की लालसा नहीं बल्कि कुछ और ही है।