प्रदेश के कई विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं ने किसी भी प्रत्याशी को नहीं चुनते हुए नोटा बटन का उपयोग किया। बगरू विधानसभा क्षेत्र ऐसा रहा जहां सबसे ज्यादा तकरीबन चार हजार मतदाताओं ने नोटा को पसन्द कर सभी राजनीतिक दलों के और स्वतंत्र प्रत्याशियों को नकार दिया।
बीकानेर। विधानसभा की 200 सीटों में से कुछ ऐसे उम्मीदवार भी रहे जिन्हें जनता ने नापसंद कर दिया। जी हां, हम बात कर रहे हैं इवीएम मशीन में मौजूद नोटा के ऑप्शन की जिसके बटन को कई विधानसभा चुनाव में दबाया गया।
विधानसभा चुनाव में मतदाताओं ने जहां प्रत्याशियों को चुना, वहीं नोटा को भी पसंद कियां मतदाता नोटा को चुनने में भी पीछे नहीं रहे। प्रदेश के 34,12601 लोगों को जिले की 19 विधानसभा क्षेत्रों के 347 प्रत्याशियों में से एक भी पसंद नहीं आया। यही कारण रहा कि यहां 32070 मतदाताओं ने नोटा को चुना।
वहीं प्रदेश में बगरू विधानसभा ऐसी है जहां पर सर्वाधिक 4203 मतदाताओं ने नोटा को पसंद किया। इसके अलावा तीन जिले ऐसे हैं, जहां दो प्रत्याशियों के बाद तीसरे नंबर नोटा को पसंद किया गया है। झोटवाड़ा, सिविल लाइंस, जगवामरागढ़ और मालवीय नगर में भी ऐसी ही स्थिति ही देखने को मिली।
वहीं मतदाताओं की बात करें तो लगभग 4,74 करोड़ लोगों ने 2,274 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला किया है। जबकि इन 2,274 उम्मीदवारों में से 189 महिलाएं थीं। वहीं राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए हो रहे मतदान में 51 हजार 687 मतदान केंद्रों पर प्रदेश के मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।