राज्य में बिजली की बढ़ी डिमांड, अधिकारियों के छूटे पसीने

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Demand for electricity increased in the state, officials lost their sweat

एक ही पखवाड़े में बढ़ी 300 लाख यूनिट की मांग

सही मैनेजमेंट नहीं हुआ तो मच जाएगा हाहाकार

बीकानेर। प्रदेश में अब गर्मी का जोर बढऩे लगा है। इसके साथ अब गर्मी के सीजन में बिजली की डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है। बिजली की बढ़ती हुई मांग को देखकर अब ऊर्जा विभाग हाई अलर्ट मोड पर आ गया है। इसको लेकर ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोक कुमार खुद इसकी कमान संभाले हुए हैं। आंकड़ों का नजर डालें तो पिछले एक पखवाड़े में प्रदेश में 300 लाख यूनिट की बढ़ोतरी हुई है। प्रदेश में बिजली की बढ़ती मांग को देखकर अब ऊर्जा विभाग की भी चिंताएं बढऩे लगी है।

बिजली की मांग बढऩे से अधिकारी अलर्ट


प्रदेश में हर बार गर्मी के मौसम में बिजली की खपत बढ़ जाती है। ऐसे में गर्मी की शुरुआत होते ही ऊर्जा विभाग अलर्ट मोड में आ जाता है। इसी के चलते विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोक कुमार भी अब अलर्ट हो गए है। पिछले एक पखवाड़े के आंकड़ों पर नजर डालें तो प्रदेश में 300 लाख यूनिट मांग की बढ़ोतरी हुई है। इसके कारण अब ऊर्जा विभाग में बिजली की बढ़ती हुई डिमांड को देखते हुए प्लानिंग शुरू कर दी है। अधिकारी मैनेजमेंट को लेकर तैयारी में जुट गए हैं।

अप्रेल के दूसरे पखवाड़ा से शुरू हुआ बिजली मांग का सिलसिला


्प्रदेश में अप्रेल के शुरुआत होते ही घरों में कूलर, पंखे, ऐसी आदि चलने शुरू हो जाते हैं। इसके कारण बिजली की खपत में तेजी से बढ़ोतरी शुरु हो जाती है। अप्रेल के दूसरे पखवाड़े में बिजली आपूर्ति 2613 लाख यूनिट थी, जो अपे्रल माह खत्म होते-होते 2900 लाख यूनिट तक पहुंच गई है, यानी दूसरे पखवाड़े में बिजली की डिमांड 300 लाख यूनिट तक बढ़ गई है। इसके बाद बिजली विभाग की चिंता बढ़ गई है। ऐसे में गर्मी के सीजन में प्रदेश में बिजली आपूर्ति को सुचारू रखने विभाग के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। अब अनुमान जताया जा रहा है कि मई में बिजली खपत का आंकड़ा 3500 लाख यूनिट तक बढ़ सकता है।

सही मैनेजमेंट नहीं हुआ तो मच जाएगा हाहाकार


प्रदेश में अब बिजली की डिमांड लगातार बढ़ रही हैं। इसको लेकर ऊर्जा विभाग पूरी तरह चौकन्ना हो चुका हैं। इसको लेकर ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोक कुमार खुद बिजली मैनेजमेंट को लेकर मॉनिटरिंग कर रहे हैं। ऐसे में अधिकारियों से चर्चा की जा रही है कि प्रदेश में बिजली की डिमांड को लेकर कैसे मैनेजमेंट किया जाए? कैसे लोड को मेंटेन किया जाए? जिससे प्रदेश में बिजली की व्यवस्था नहीं गड़बड़ाए। इधर, बिजली व्यवस्था को सुचारु करने के लिए ऊर्जा विभाग को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। अब सवाल उठ रहा है कि यदि बिजली मैनेजमेंट में किसी प्रकार की कमी रही तो गर्मी के मौसम में हाहाकार मच सकता है।

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