किए सरकार गिराने की साजिश से जुड़े कई खुलासे
पेन ड्राइव के जरिए पूर्व सीएम ने दी थी तीन ऑडियो क्लिप
बीकानेर। प्रदेश में पिछली कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश के कथित षडय़ंत्र वाले फोन टैपिंग मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। फोन टैपिंग मामले में कानूनी कार्यवाही में फंसे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने बड़ा धमका किया है।
शर्मा ने आज जयपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए फोन टेप वाली पेन ड्राइव कहां आई? इस सवाल का जवाब देते हुए एक-एक कर कई चौंकाने वाले खुलासे किए। उन्होंने कहा कि कॉल रिकॉडिंग वाली पेन ड्राइव उन्हें खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दी थी। शर्मा के इन बयानों के बाद इस केस में नया मोड़ आ गया है।
विधायकों की खरीद-फरोख्त की साजिश वाली बातचीत
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लोकेश शर्मा ने कहा है कि ‘वास्तविकता यह है कि 16 जुलाई, 2020 की शाम को कुछ ऑडियो क्लिप वायरल हुई थीं। मैंने अपने मोबाइल नंबर से आप सभी मीडिया के साथी को वह ऑडियो क्लिप भेजी थी। वह ऑडियो क्लिप में विधायकों की खरीद-फरोख्त की साजिश रची जा रही थी। और मुझे जो कहा गया वह मैंने किया। घटना इस तरह से थी, 16 जुलाई, 2020 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत होटल फेयर माउंट में आए थे क्योंकि उसे क्राइसिस के दौरान जो विधायक बाड़ेबंदी में विधायक रुके हुए थे। सुबह और शाम दोनों समय मुख्यमंत्री वहां आते थे। बातचीत करते थे, वह उनका रूटिंग था।’
शर्मा ने बताया है कि ‘16 जुलाई, 2020 को लगभग 4 बजे वह होटल से निकले उनके जाने के 1 घंटे बाद पीएसओ रामनिवास का मेरे पास कॉल आया कि आप तुरंत मुख्यमंत्री निवास पहुंचे। मुख्यमंत्रीजी आपको बुला रहे हैं। मैं 10 मिनट बाद होटल से निकाला और सीधा सीएम आवास पहुंचा। क्योंकि कूकस काफी दूर है, आने में करीब एक से डेढ़ घंटा लगा। उसी दौरान मेरे पास तीन से चार कॉल रामनिवास के आए थे। कहां अभी तक पहुंचे क्यों नहीं। वहां पहुंचा तो मुझे यह कागज और पेन ड्राइव मुझे मुख्यमंत्रीजी ने दिया। इस ऑडियो क्लिप में इस पेन ड्राइव में वह तीनों ऑडियो क्लिप थी। उसकी ओर से स्क्रिप्ट लिखी हुआ कागज भी मुझे दिया।’
गहलोत की स्क्रीप्ट में क्या था? मुकदमा दर्ज कब हुआ
लोकश शर्मा ने आगे बताया है कि ‘मैंने आप सबको भेजे इस पेपर में कथित रूप से गजेंद्र सिंह जो तत्कालीन केंद्रीय मंत्री थे, हमारे विधायक भंवरलाल शर्मा और एक संजय जैन, इन तीनों की बातचीत का हवाला दिया गया। इस पेन ड्राइव में वह सारी जानकारी थी। पेपर देकर मुझे कहा तुरंत जाइए और मीडिया को यह ऑडियो क्लिप सर्कुलेट कर दीजिए, क्योंकि पेन ड्राइव उसे सीधे सर्कुलेट नहीं किया जा सकता था। तो मैं इसे लेकर घर आया और मैं अपने इस लैपटॉप में ट्रांसफर किया। लैपटॉप से मैंने ऑडियो क्लिप से अपने मोबाइल में लिया उसे फोन के जरिए सभी मीडिया साथियों को फॉरवर्ड किया। यह वीडियो ऑडियो क्लिप मुझे सोशल मीडिया के जरिए नहीं मिली। पेन ड्राइव के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुझे दी थी। उन्होंने मुझे कहा और वह काम मैंने किया। अगले दिन मुझे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खबरें देखी और उसके बाद में मुकदमा दर्ज हुआ।’
पायलट के साथ मिलकर सरकार गिराना चाहते थे…
पेन ड्राइव वाली जानकारी में गजेंद्र सिंह शेखावत को शामिल किया गया या आरोप लगाया गया कि भाजपा के लोग सचिन पायलट से मिलकर सरकार से गिरना चाहते हैं। ऐसी मंशा थी कि इस पूरे खेल के पीछे भारतीय जनता पार्टी है, जबकि वास्तविकता यह नहीं है। हम सभी ने सुना कि हमारे नौजवान नेता तत्कालीन उप मुख्यमंत्री सचिन पायलटजी ने यह कहा कि हम लोगों की सुनवाई नहीं हो रही थी। हम अपनी बात कहना चाहते थे, इसलिए हम सब लोग एकत्रित होकर अपनी बात को रखवाने के लिए वह तरीका हमें उचित लगा। जैसे ही मुख्यमंत्री गहलोत को पता लगा तो यह सारा का सारा षडय़ंत्र रचा गया, जो लोग उनके साथ गए थे, उन सभी के फोन सर्विलांस पर थे, सभी को ट्रैक किया जा रहा था। सचिन पायलट सहित सबकी ट्रैकिंग की जा रही थी। तो पता लगा कि कौन कहां किस तरह का मूवमेंट कर रहा है। आपको यह धोखा तीन विधायकों से डील करके, उन विधायकों से मुख्यमंत्री निवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कराई गई। वह भी मैंने ही मैनेज की थी। उन तीन विधायकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थन में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com