नेता हों या कार्यकर्ता, चुनाव आयोग की 10 बातों का रखना होगा ध्यान

0
258
Be it a leader or a worker, you will have to keep in mind 10 things of the Election Commission
photo by google

चुनाव आयुक्त की चेतावनी : कुछ लोगों की वजह से नहीं होने देंगे पूरा चुनाव खराब

धनबल, जनबल मुक्त चुनाव करवाना ही है लक्ष्य, दो वर्षों से कर रहे तैयारी

बीकानेर। लोकसभा चुनाव में इस बार मुख्य चुनाव आयोग काफी सख्ती बरतने वाला है। आचार संहिता लगने के बाद अब किसी भी पार्टी के नेता हों या कार्यकर्ता, सभी को सोच समझ कर अपनी गतिविधियां करनी होगी। अगर कोई नेता या कार्यकर्ता कोई लापरवाही करता है तो उसे अपनी लापरवाही का परिणाम भी भुगतना होगा।


दरअसल, आज लोकसभा चुनाव की घोषणा करते समय मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा है कि इस बार धनबल और जनबल मुक्त चुनाव कराना उनका लक्ष्य है, इसके लिए वे दो साल से तैयारी कर रहे हैं। हम इस बार काफी सख्ती बरतेंगे और वे यह नहीं चाहेंगे कि कुछ लोगों की वजह से पूरा चुनाव खराब हो।
इसी संदर्भ में चुनाव आयोग की ओर से 10 दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं। इन दिशा-निर्देशों की पालना सभी राजनैतिक दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं को करनी होगी।.

धनबल पर एक्शन- चुनाव आयोग ने कहा है कि धनबल को लेकर वे इस बार और भी ज्यादा सख्त हैं। उन्होंने जांच एजेंसियों से इसको लेकर संपर्क साधा है। चोरी-छिपे अगर कोई नेता या उसके कार्यकर्ता धनबल का उपयोग करते हैं, तो उसकी खैर नही।

क्रिमिनल रिकॉर्ड वालों को टिकट क्यों, बताना होगा – चुनाव आयोग का कहना है कि राजनीतिक दलों को यह बताना होगा कि उसने क्रिमिनल रिकॉर्ड वाले नेताओं को टिकट क्यों दिया? इसके लिए राजनीतिक दलों को अखबारों और टीवी चैनलों पर विज्ञापन देना होगा।

बच्चों की तस्वीर का उपयोग नहीं करेंगे- चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को कहा है कि वे अपने कैंपेन में किसी भी तरह से छोटे बच्चों का उपयोग न करें। आयोग का कहना है कि इस तरह के काम करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।

जाति और धर्म की बात न करें- चुनाव आयोग ने कहा है कि राजनीतिक दलों को कैंपेन के वक्त जाति और धर्म की बात नहीं करनी चाहिए। आयोग ने कहा है कि कैंपेन सबको जोडऩे वाला हो, ना कि तोडऩे वाला। सभी लोग इसका ध्यान रखें।

संगठन को सही सलाह दें- चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों से कहा है कि सभी दल अपने संगठनों को सही सलाह दें। आयोग ने कहा है कि सभी दल संगठन के कामकाज को पारदर्शी भी रखें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here