बीकानेर आए देश के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने हमारा संविधान-हमारा सम्मान कार्यक्रम को किया संबोधित
बीकानेर। शनिवार को बीकानेर आए भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा है कि न्याय सबके लिए समान रूप से होना चाहिए। भारत के अलग-अलग राज्यों के कोने-कोने में बैठे भारतीय को न्याय मिले, यही सुप्रीम कोर्ट की अवधारणा है। मुख्य न्यायाधीश आज महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय में आयोजित हमारा संविधान हमारा सम्मान कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, प्रदेश के विधि मंत्री जोगाराम पटेल, सीजे राजस्थान मनिन्द्रमोहन श्रीवास्तव भी मौजूद रहे।
सीजेआई ने कहा कि भारत के संविधान निर्माण में बीकानेर का बड़ा योगदान रहा है। संविधान सभा के 284 सदस्यों में एक बीकानेर के जसवंत सिंह थे। इसके अलावा बीकानेर के महाराजा गंगासिंह प्रिंसेस चैम्बर के चांसलर रहे। संविधान केवल वकीलों का दस्तावेज नहीं है। इसकी आत्मा कई युगों की भावना है। उन्होंने कहा की संविधान से हमें कई अधिकारी मिले हैं और यह कोर्ट से लेकर गांव के चबुतरों तक अपना स्थान रखता है। कार्यक्रम में सीजेआई चंद्रचूड ने कहा कि ई-कोर्ट फेज थ्री में भारत सरकार ने सात हजार करोड़ रुपए का बजट दिया है। इसके माध्यम से बीकानेर में वीडियो कॉंफ्रेसिंग में सुविधा मिलेगी, ताकि बीकानेर में बसे हुए वकील भी हाई कोर्ट में अपनी बहस कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि देश के किसी भी कोर्ट में स्थानीय भाषा में फैसला होना चाहिए। अगर मैं दिल्ली में बैठकर कोई निर्णय वकील के लिए, जज के लिए दे रहा हूं तो वो कठिन भाषा में हो सकता है लेकिन अगर मैं आम आदमी के लिए निर्णय कर रहा हूं तो निश्चित रूप से सरल भाषा में होना चाहिए। देश के जिला स्तर के कोर्ट की बिल्डिंग में सुधार होना चाहिए। ये बिल्डिंग आधुनिक स्तर की होनी चाहिए।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि आज से भारत के 500 आकांक्षी ब्लॉकों में ‘न्याय सहायक’ कार्यक्रम की शुरुआत सीजेआई ने बीकानेर से की है तो जब भी इसका जिक्र होगा बीकानेर का भी जिक्र होगा।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com