सर्तकता और सजगता के साथ सुरक्षित डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया जाएगा माहौल
विशेषज्ञों की मदद से ऑनलाइन धोखाधड़ी पर लगाम लगाने की कवायद
बीकानेर। राजस्थान पुलिस प्रदेश में ऑनलाइन फ्रॉड पर लगाम लगाने के लिए सक्रिय दिख रही है। राजस्थान पुलिस लोगों में जागरूकता पैदा करने और साइबर ठगी की घटनाओं पर लगाम कसने के लिए ई-कॉमर्स कम्पनी ‘मीशो’ के साथ मिलकर काम करेगी। इस बारे में जयपुर में पुलिस मुख्यालय में पुलिस महानिदेशक (साइबर अपराध), एससीआरबी और तकनीकी सेवाएं डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा की मौजूदगी में एक समझौता (एमओयू) किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान पुलिस की ओर से पुलिस अधीक्षक, एससीआरबी मनीषकुमार चौधरी और ‘मीशो’ की तरफ से ‘जनरल काउंसिल’ लोपमुद्रा राव ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। पुलिस के एक बयान के मुताबिक, इस समझौते के तहत ऑनलाइन लेनदेन की सुरक्षा से सम्बंधित सभी जरूरी मुद्दों पर सोशल मीडिया मंच और पक्षकारों के प्रशिक्षण के जरिए जन जागरूकता की दिशा में कार्य किया जाएगा।
राजस्थान पुलिस और ‘मीशो’ में हुए समझौते में कहा गया है कि इससे लोगों में सर्तकता और सजगता के साथ सुरक्षित डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए माहौल तैयार किया जाएगा। बयान में बताया गया है कि ‘मीशो’ इससे पहले कर्नाटक पुलिस के साथ भी इस क्षेत्र में कार्य कर चुकी है। अब यह राजस्थान पुलिस के साथ मिलकर कार्य करेगी ताकि ऑनलाइन धोखाधड़ी पर लगाम लगाया जा सके।
एक्सपर्ट की मदद से ऑनलाइन धोखाधड़ी पर लगाम
रविप्रकाश मेहरड़ा ने मीडिया को बताया कि ‘ऑनलाइन लेनदेन की दुनिया में लोगों को भ्रमित करके धोखाधड़ी के कई नए तरीके प्रकाश में आ रहे हैं। ऐसे में इस समझौते के तहत लोगों में जागरूकता के जरिए सुरक्षित डिजिटल लेनदेन का वातावरण बनाने के लिए राजस्थान पुलिस के एक्सपर्ट और ई-कॉमर्स कम्पनी मीशो के विशेषज्ञ साझेदारी में कार्य करेंगे।’ गौरतलब है कि हाल के दिनों में ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले बढ़े हैं और लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com