राजस्थान में भाजपा की निगाहें क्लीन स्वीप पर
16 फरवरी को दिल्ली में होने वाली है कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक
बीकानेर। प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए अपनी-अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता इस बार लोकसभा चुनाव लडऩे के इच्छुक नहीं हैं। 9 फरवरी को हुई समिति की बैठक में कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने लोकसभा चुनाव लडऩे में दिलचस्पी नहीं दिखाई थी।
राजनीतिक सूत्रों के अनुसार जहां कांग्रेस ने कथित तौर पर 16 फरवरी को दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक निर्धारित की है, वहीं भाजपा की भी 17-18 फरवरी को राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होने वाली है। हालांकि, कांग्रेस और बीजेपी के पार्टी नेताओं के नजरिए में बड़ा अंतर है। जहां 9 फरवरी को हुई समिति की बैठक में कांग्रेस के ज्यादातर वरिष्ठ नेताओं ने लोकसभा चुनाव लडऩे में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई, वहीं बीजेपी नेता चुनाव लडऩे के इच्छुक हैं, भले ही उन्हें कहीं से भी मैदान में उतारा जाए।
राजस्थान में पिछले दो आम चुनावों में कांग्रेस को कोई फायदा नहीं हुआ, क्योंकि वर्ष, 2019 में 24 सीटें जीतने से पहले बीजेपी ने वर्ष, 2014 में सभी 25 सीटें जीती थी। वर्ष, 2019 में एक सीट उसकी सहयोगी आरएलपी के पास चली गई। इस सप्ताह के अंत में दिल्ली में होने वाली दोनों पार्टियों की बैठक के बाद लोकसभा चुनाव को लेकर स्थिति साफ हो जाएगी।
राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ.सीपी जोशी, वरिष्ठ नेता गोविंदसिंह डोटासरा, हरीश चौधरी, सचिन पायलट, अशोक चांदना, भंवरजितेंद्र सिंह, रघुवीर मीणा, रामलाल जाट, बृजेंद्र ओला, प्रतापसिंह खाचरिया लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने खुद जयपुर में कहा था कि पार्टी इन नेताओं को आम चुनाव में उतारकर कड़ी टक्कर देना चाहती है।
हालांकि, सूत्रों के मुताबिक इनमें से ज्यादातर बड़े नाम कथित तौर पर चुनाव लडऩे के इच्छुक नहीं हैं। जबकि कुछ ने कथित तौर पर स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है, दूसरों ने कहा है कि वे ‘नई पीढ़ी को आगे लाना’ चाहते हैं। अब 16 फरवरी को होने वाली बैठक में यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस आलाकमान इन नेताओं को चुनाव लडऩे के लिए कहता है या नहीं।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com