चुनावों में सियासी लड़ाई, पर ज्यादातर प्रत्याशियों ने की कम पढ़ाई-लिखाई, पढ़ें पूरी खबर…

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Political fight in elections, but most of the candidates have less education, read full news...

इस बार बीजेपी-कांग्रेस ने चुनाव मैदान में उतारे कम पढ़े-लिखे उम्मीदवार, कई अनपढ़ भी

अभी चुनाव मैदान में हैं साक्षर प्रत्याशी 137, 5वीं पास 66 और 8वीं पास हैं 201 प्रत्याशी

बीकानेर। चुनावों में सियासत की लड़ाई अपने चरम पर है। तमाम राजनीतिक पार्टियां जोर लगा रही हैं। सियासी जंग में उतरे ये नेताजी कितने पढ़े-लिखे हैं? चुनाव से पहले ये जानना जरूरी है कि कितने उम्मीदवार पढ़े-लिखे हैं, कितने पांचवी पास हैं, कितने 10वीं पास और कितने ग्रेजुएट हैं।


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सियासी लड़ाई करने वाले इन नेताओं की पढ़ाई-लिखाई का लेखाजोखा मतदाताओं को जानना बहुत जरूरी है। पिछले चुनावों के मुकाबले पढ़े-लिखों की संख्या इस बार कम हुई है। प्रदेश के विधानसभा चुनावों में अबकी बार पिछले चुनावों के मुकाबले 5वीं से ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट तक पढ़े-लिखे उम्मीदवारों की संख्या कम हुई है। इस बार 774 (41 प्रतिशत) उम्मीदवार 5वीं पास से दस या 12 तक पढ़े-लिखे हैं। 916 (49 प्रतिशत) प्रत्याशी स्नातक, 37 उम्मीदवार डिप्लोमा धारक 137 उम्मीदवार साक्षर और 11 प्रत्याशी अनपढ़ पढ़े-लिखे नहीं हैं।


पिछले विधानसभा चुनावों के मुकाबले अबकी बार इतने प्रत्याशी कितने पढ़े -लिखे और इतने अनपढ़ हैं।


शैक्षिक योग्यता वर्ष, 2018 के प्रत्याशी वर्ष, 2023 के प्रत्याशी
अनपढ़ 12 11
साक्षर 161 137

5 वीं पास 114 66
8 वीं पास 276 201
10वीं पास 316 258
12वीं पास 328 249
ग्रेजुएट 353 323

डिग्रीधारक और पोस्ट ग्रेजुएट उम्मीदवारों का चिट्ठा


पोस्ट ग्रेजुएट की बात करे तो पिछले चुनावों में 345, अबकी बार 316, डॉक्टरेट वर्ष, 2018 में 33, वर्ष, 2023 में 42, डिप्लोमाधारी वर्ष, 2018 में 26, इस बार 37 प्रत्याशी मैदान में हैं। जबकि पिछले चुनावों में 6 उम्मीदवार ऐसे रहे जिन्होंने अपनी पढ़ाई -लिखाई का लेखा-जोखा नहीं दिया। जबकि अबकी बार ऐसा कोई नहीं है, जिसने अपनी पढ़ाई-लिखाई का हिसाब किताब नहीं दिया हो।

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