108 कुंडीय श्रीरामचरित मानस महायज्ञ व श्रीराम कथा का आयोजन
पद्मविभूषित तुलसीपीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्यजी महाराज के श्रीमुख से शहरवासियों को मिला है श्रीराम कथा सुनने का अवसर
बीकानेर। शहर ही नहीं बल्कि पूरे जिले और उसके आस-पास रहने वाले लोगों के लिए एक ऐसा सुअवसर आ रहा है कि उन्हें पद्मविभूषित तुलसीपीठाधीश्वर जगद्गुरु श्रीरामभद्राचार्यजी महाराज के श्रीमुख से श्रीराम कथा सुनने को मिलेगी। इससे पहले नगर सजेगा, दीप जलेंगे और संतों का सान्निध्य भी मिल सकेगा। 19 नवम्बर से रामझरोखा कैलाशधाम आश्रम, श्रीसियाराम नगर गंगाशहर-भीनासर गोचर भूमि सुजानदेसर में 108 कुंडीय श्रीरामचरित मानस महायज्ञ का भव्य आयोजन होने जा रहा है।
रामझरोखा कैलाशधाम के पीठाधीश्वर सरजूदासजी महाराज ने गुरुवार को मीडिया को बताया कि 10 दिवसीय इस आयोजन में 18 नवम्बर को सुबह कलश यात्रा निकाली जाएगी और सैकड़ों संत नगर भ्रमण पर निकलेंगे। सैकड़ों महिलाएं आश्रम द्वारा प्रदत्त परिधान में सिर पर कलश धारण किए प्रभु श्रीराम के जयकारों के साथ कलशयात्रा निकालेंगे। सैकड़ों संतों का आगमन होगा, जिसमें लगभग 200 से अधिक पूजनीय, त्यागी, तपस्वी संत, सभी अखाड़ों से महामण्डलेश्वर, धर्माचार्य एवं नागा महात्यागी संत शामिल होंगे। संत नगर भ्रमण यात्रा में ऊंट, घोड़े, बग्गी, रथों पर संतों को नगर भ्रमण करवाया जाएगा। प्रेसवार्ता के दौरान महंत भगवानदासजी महाराज, महंत रामेश्वरदासजी महाराज, महंत विष्णुदासजी महाराज, आयोजन संयोजक अशोक मोदी, सचिव श्रीभगवान अग्रवाल ने कार्यक्रम संबंधी पोस्टर का विमोचन किया।
आयोजन समिति सचिव श्रीभगवान अग्रवाल ने बताया कि आयोजन में शामिल 250 से अधिक कार्यकर्ताओं की टीम ने अपने-अपने दायित्वों को निभाने का संकल्प लिया है। संयोजक अशोक मोदी ने बताया कि कलक्टर भगवतीप्रसाद कलाल एवं पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने भी आयोजन स्थल का निरीक्षण किया। रामझरोखा कैलाशधाम के पीठाधीश्वर श्रीसरजूदासजी महाराज ने दोनों अधिकारियों को आयोजन संबंधी जानकारी प्रदान की तथा सुरक्षा व्यवस्थाओं से भी अवगत करवाया। श्रीसरजूदासजी महाराज ने बताया कि महंत गुरु रामदासजी महाराज के आशीर्वाद से आयोजन की तैयारियां अंतिम चरण में है। 10 दिवसीय इस आयोजन में यज्ञाचार्य पं. जुगलकिशोर ओझा के आचार्यत्व में यज्ञ, पूजन अनुष्ठान सम्पन्न होंगे। 108 कुंडीय महायज्ञ के लिए 130-130 फिट की यज्ञशाला में 429 जोड़ों के बैठने की व्यवस्था की गई है।
राजनीतिक नहीं सनातन धर्म का है आयोजन
श्रीसरजूदासजी महाराज ने कहा कि चुनावी माहौल जरूर है, लेकिन इस आयोजन की दिनांक व तिथि दो वर्ष पहले ही तय हो गई थी। सनातन धर्म की ध्वजा आगे बढ़े, लोगों में संस्कारों के भाव जगे और संत-महात्माओं के चरण बीकानेर में पड़े इसी उद्देश्य से यह दिव्य आयोजन किया जा रहा है। बीकानेर ही नहीं, विश्व में पहली बार श्रीरामचरित मानस महायज्ञ होने जा रहा है। श्रीरामचरित मानस के पाठ तो हर बार होते हैं, लेकिन 108 कुंडीय यज्ञ के साथ श्रीराम चरित मानस महायज्ञ होने जा रहा है। राम नाम मंत्र से आहुतियां दी जाएगी और विश्व कल्याण की भावना से यह आयोजन किया जा रहा है। खास बात यह है कि इस आयोजन में किसी भी राजनैतिक पार्टी के प्रत्याशी को मंच पर नहीं आने दिया जाएगा। श्रीसरजूदासजी महाराज ने बताया कि सनातन के प्रति सच्चा भाव रखने वाला श्रद्धालु ही इस आयोजन का कार्यकर्ता, सेवादार और आयोजक है।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com