बीजेपी-कांग्रेस के बागी बने प्रत्याशियों के ‘गले की फांस’

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Rebel candidates of BJP-Congress become 'noose around the neck'

7 विधानसभा सीटों पर सियासी गणित बिगडऩा तय !

नेताओं में हावी है राजनीतिक महत्वकांक्षा, पार्टी के नियम-कायदे ताक पर

बीकानेर। चुनाव के दौरान कई बागी कांग्रेस और बीजेपी प्रत्याशियों का खेल बिगाड़ रहे हैं। दोनों प्रमुख दलों के दिग्गज नेताओं ने काफी मान मनुहार की लेकिन अब नाम वापसी की तिथि बीत चुकी है। यूं तो दो दर्जन से ज्यादा सीटों पर बागी चुनावी मैदान में डटे हुए हैं लेकिन कुछ सीटें ऐसी हैं, जहां कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। कुछ ऐसी ही सीटें हैं जहां बागी प्रत्याशियों के गले की फांस बने हुए हैं।


राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार चित्तौडग़ढ़ सीट पर बीजेपी ने मौजूदा विधायक चंद्रभानसिंह आक्या का टिकट काट कर नरपतसिंह राजवी को प्रत्याशी बनाया है। ऐसे में आक्या ने बागी होकर नामांकन दाखिल किया है। तमाम प्रयासों के बावजूद भी आक्या मानने को तैयार नहीं हुए। आक्या के चुनाव मैदान में डटे रहने से बीजेपी प्रत्याशी की सांसें अटकी हुई है। आक्या लगातार दूसरी बार विधायक हैं और उनकी जनता में पकड़ काफी अच्छी है। इस सीट पर कांग्रेस से सुरेंद्रसिंह जड़ावता मैदान में हैं।
वहीं सांचौर से बीजेपी ने लोकसभा सांसद देवजी पटेल को प्रत्याशी बनाया। पूर्व विधायक जीवाराम चौधरी और दानाराम चौधरी ने देवजी पटेल का भारी विरोध किया। बड़ी जनसभाएं और विरोध प्रदर्शन हुए, लेकिन पार्टी ने टिकट पर पुनर्विचार करने से इनकार कर दिया। पूर्व विधायक जीवाराम चौधरी ने निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया है। वे देवजी पटेल के लिए मुसीबत बन गए हैं। सांचौर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सुखराम बिश्नोई हैं।


इसी प्रकार बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दलों से बागी चुनाव मैदान में उतरे हैं। कांग्रेस ने मौजूदा विधायक अमीन खान को टिकट दिया तो फतेह खान बागी हो गए। बीजेपी ने स्वरूप सिंह को प्रत्याशी घोषित किया तो हाल में ही पार्टी में शामिल हुए रविंद्रसिंह भाटी बागी होकर चुनाव मैदान में कूद पड़े। ऐसे में दोनों ही दलों के लिए यह मुकाबला कांटे की टक्कर का होने वाला है।

बसेड़ी विधानसभा सीट पर कांग्रेस के बागी ने पार्टी के प्रत्याशी की चिंता बढ़ा दी है। कांग्रेस ने मौजूदा विधायक खिलाड़ीलाल बैरवा का टिकट काट कर संजय जाटव को टिकट दिया। बैरवा नाराज हो गए और बागी होकर मैदान में आ गए। इस सीट से सुखराम कोली बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर मैदान में हैं।
अलवर जिले की राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस ने मौजूदा विधायक जौहरीलाल मीणा का टिकट काट दिया। कांग्रेस ने मांगेलाल मीणा को प्रत्याशी बनाया तो जौहरीलाल मीणा नाराज हो गए। वे निर्दलीय चुनाव मैदान में कूद पड़े। बीजेपी से बन्नाराम मीणा उम्मीदवार हैं।

#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com

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