चुनावी दौर में वोट के लिए गारंटियां देने वाले सीएम गहलोत भी नहीं दे रहे हैं ध्यान
प्रदेश डूबता जा रहा कर्ज में कांग्रेस बांट रही है मुफ्त रेवडिय़ां
बीकानेर। हर जगह दिवाली से पहले सरकारी कर्मचारियों को बोनस मिल चुका है। दूसरी ओर राजस्थान में आमजन दीपोत्सव की तैयारी में लगे हुए हैं, लेकिन जनता को सस्ती दरों पर लोक परिवहन सेवा करने वाले 25 हजार रोडवेज कर्मचारी अपने वेतन को तरस रहे हैं। कर्मचारियों को दो महीने से न ही वेतन मिल रहा है और न रिटायर्ड कर्मचारियों को पेंशन मिल रही है। कर्मचारियों में इस बात का रोष है कि सीएम गहलोत प्रदेश की जनता से वोट हासिल करने के लिए गारंटियां तो दे रहे हैं लेकिन उनकी इस समस्या पर जरा भी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
राजस्थान परिवहन निगम मंत्रालय और अधीनस्थ कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों के अनुसार कर्मचारियों को वेतन दो-तीन महीने में एक बार मिलता है। पिछले पांच सालों से वेतन समय पर नहीं मिल रहा है। वहीं भुगतान को लेकर मुख्यालय को अवगत कराया गया उम्मीद है कि मुख्यालय से जल्द ही वेतन जारी हो जाएगा। इससे कर्मचारी दिवाली त्योहार आराम से बना पाएंगे, अगर वेतन नहीं मिला तो इस बार काली दीपावली मनाएंगे।
वहीं कर्मचारियों को अपनी पेंशन की चिंता सता रही है। कर्मचारियों का कहना है कि जब वेतन ही नहीं मिल रहा है तो दीपावली की खुशियां कैसे मनाएंगे? प्रदेश भर में रोडवेज कर्मचारी 25 हजार के करीब हैं। कर्मचारियों के अनुसार वर्ष, 2018 के चुनाव से पहले रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल चल रही थी तो उस दौरान प्रतापसिंह खाचरियावास और सचिन पायलट मंच पर आए और उन्होंने घोषणा की थी कि हमारी सरकार आएगी तो आपको किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होगी। पिछले पांच साल से दो-तीन महीने की सैलरी ड्यू होती है, तो एक महीने की सैलरी दे देते हैं।
211 करोड़ रुपए जमा, फिर भी नहीं मिल रहा वेतन
उनका कहना है कि पिछले पांच सालों से एक से दो महीने की सैलरी हमेशा ड्यू रहती है। न ही पेंशन भोगियों को पेंशन मिल रही है, जो रिटायर्ड हो गए उनका रिटायरमेंट का पैसा भी नहीं मिला है। हमारी सैलरी नहीं आई है, जबकि निगम कोष में 211 करोड़ रुपए पड़े हैं। रोडवेज कर्मचारियों का कहना है कि यह सिलसिला पिछले कई सालों से चल रहा है। सभी कर्मचारियों को दो ढाई महीने बाद वेतन मिल रहा है। ऐसे में कर्मचारियों को घर चलाने, दूध, राशन और मासिक भुगतान बच्चों की स्कूल फीस चुकाने और बैंकों की किस्तें चुकाने में परेशानी हो रही है। समय पर वेतन नहीं मिलने के कारण बच्चों की स्कूल की फीस नहीं भर पा रहे हैं। साथ ही बैंकों की किस्त भी नहीं चुका पा रहे हैं, जिसके कारण बैंक पैनल्टी ले रही है और रोडवेज कर्मचारियों को अब तो बैंकों ने भी ब्लैक लिस्ट करने लगे हैं।
कर्मचारी मनाएंगे काली दिवाली
देश के सबसे बड़े त्योहार दीपावली पर राज्य सरकार द्वारा कर्मचारियों को बोनस और एक्सग्रेसिया भुगतान करने के आदेश किए गए हैं, लेकिन रोडवेज कर्मचारियों के लिए अभी तक बोनस और एक्सग्रेसिया तो दूर दो महीने का वेतन और पेंशन का भुगतान भी नहीं किया जा रहा है। खाते में 211 करोड़ जमा होने के बावजूद रोडवेज कर्मचारियों को राज्य सरकार और निगम प्रबंधन ने काली दीपावली मनाने पर मजबूर कर दिया है। दो महीने के वेतन, पेंशन और बोनस और एक्सग्रेसिया भुगतान नहीं किया, तो रोडवेज मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन और बस स्टैंडों पर जनता के बीच में पंचदिवस काली दीपावली मनाई जाएगी।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com