मान-मनोव्वल का दौर शुरू, दो दिनों का समय है दोनों पार्टियों के पास
सभी बागी हैं बड़े जनाधार वाले नेता, नामांकन वापस लेेंगे, कह पाना है मुश्किल
बीकानेर। नामांकन प्रक्रिया पूरी होते ही बीजेपी, कांग्रेस के लिए एक नया संकट खड़ा हो गया है। टिकट बंटवारे को लेकर चल रही नाराजगी दोनों ही पार्टियों के लिए परेशानी का सबब बन सकती है क्योंकि टिकट बंटवारे के दौरान 52 नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टी के खिलाफ ताल ठोक दी है। बड़ी परेशानी की बात तो यह है कि यह सब बड़े जनआधार वाले नेता हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों के लिए 72 घंटे का समय है बागियों को राजी कर मैदान से हटाया जाए नहीं तो यह पार्टी प्रत्याशियों के लिए बड़ा संकट खड़ा कर सकते हैं। प्रदेश में एक दर्जन से अधिक तो ऐसी सीटे हैं जहां बागी भले ही जीते नहीं लेकिन पार्टी को हराने की ताकत रखते हैं। अब देखना है कि दोनों ही पार्टी के नेता कितने नाराज प्रत्याशियों को मनाने में कामयाब होते हैं। अब मजे की बात तो यह है कि बागियों में एक दर्जन से ज्यादा नेताओं ने तो अपना पाला ही बदल लिया है और करीब इतने ही प्रत्याशी तीसरे मोर्चे, आरएलपी और निर्दलीय उम्मीदवार बनाकर चुनाव में अपना भाग्य आजमा रहे हैं।
भाजपा की 27 सीटों पर बागी प्रत्याशियों ने ठोक दी ताल
भाजपा की 27 सीटों पर बागी प्रत्याशियों ने ताल ठोक दी हैं, जैसे डग से पूर्व विधायक रामचंद्र सुनारीवाल, सांचोर से पूर्व विधायक जीवाराम चौधरी, झोटवाड़ा से पूर्व मंत्री राजपालसिंह शेखावत, चित्तौडग़ढ़ से मौजूदा विधायक चंद्रभानसिंह आक्या, शिव से पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष रविंद्रसिंह भाटी, बाड़मेर से पूर्व विधायक गंगाराम चौधरी की पोती प्रियंका चौधरी, सूरतगढ़ पूर्व विधायक राजेंद्र भादू, डीडवाना से पूर्व मंत्री यूनुस खान, अजमेर उत्तर से नगर परिषद के पूर्व सभापति सुरेंद्रसिंह शेखावत, कांमा से पूर्व मंत्री मदनमोहन सिंगल, बयाना से जिलाध्यक्ष की पत्नी डॉक्टर रितु बनावत, लाडपुरा से पूर्व विधायक भवानीसिंह राजावत, खंडेला से पूर्व मंत्री बंशीधर बाजिया, झुंझुनू से राजेंद्र भांभू, पिलानी पूर्व विधायक कैलाश मेघवाल, सीकर से ताराचंद धायल, फतेहपुर से मधुसूदन भिंडा, कोटपूतली से मुकेश गोयल, बांसवाड़ा से हकरू मेईडा, बस्सी से पूर्व राज्य मंत्री दर्जा जितेंद्र मीणा, भीलवाड़ा पूर्व मंत्री कैलाश मेघवाल, आसींद से धनराज गुर्जर, गंगापुर सिटी से छोटेलाल सैनी, लक्ष्मणगढ़ से महिला मोर्चा की पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष अलका शर्मा, कपासन से दिनेश बुनकर और बागीदौरा से खेमराज गरासिया ने चुनाव के लिए ताल ठोक दी है।
कांग्रेस पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर बागियो ने ठोकी ताल
सरदारशहर से मौजूदा नगर परिषद सभापति राजकरण चौधरी, मसूदा पूर्व विधायक एवं संसदीय सचिव ब्रह्मदेव कुमावत, हिंडौन सिटी से मौजूदा विधायक के बेटे बृजेश जाटव, बांदीकुई से पूर्व जिला प्रमुख विनोद शर्मा, मनोहरथाना से पूर्व विधायक कैलाश मीणा, बड़ी सादड़ी से पूर्व विधायक प्रकाश चौधरी, पीपल्दा से जिला देहात अध्यक्ष सरोज मीणा, छपरा से पूर्व छात्र अध्यक्ष नरेश मीणा, कामां से खुर्शीद अहमद जरहरा, डूंगरपुर से देवाराम रोत, लूणकरनसर से पूर्व गृह राज्य मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल, नागौर से पूर्व मंत्री हबीबुर्रहमान, खींवसर से दुर्गसिंह चौहान, पुष्कर से श्रीगोपाल बाहेती, केकड़ी से पूर्व विधायक बाबूलाल सिंगारिया, गंगापुर सिटी से रघुवीर सिंह, नगर से डॉक्टर गोविंद शर्मा, शाहपुरा से मौजूदा विधायक आलोक बेनीवाल, सूरसागर से पूर्व महापौर, जोधपुर रामेश्वर दाधीच, सिवान से राजसिको पूर्व अध्यक्ष सुनील परिहार, लक्ष्मणगढ़ मौजूदा विधायक जोहरीलाल मीणा और फलौदी से वरिष्ठ नेता कुंभसिंह पातावत ने चुनाव में कांग्रेस से बागी के रूप में ताल ठोक दी है।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com