आधा दर्जन मौजूदा विधायकों के कटे टिकट
कार्यकर्ताओं में नाराजगी, बड़े नेता उतरे डैमेज कंट्रोल के लिए
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com
बीकानेर। भाजपा की ओर से आज जारी की गई अपने 83 प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट में पॉलिटिक्स प्रेशर नजर आया है। कहीं ना कहीं आलाकमान को वसुंधरा राजे की पावर समझ में आई और उन्होंने राजे के कई समर्थकों को टिकट दिया। दूसरी सूची जारी होने के बाद वसुन्धरा राजे के खेमे में खुशियां नजर आई हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार कुछ समय पहले तक पार्टी के शीर्षस्थ नेताओं की ओर से सामान्य तौर पर स्थितियां गोलमोल रखी जा रहीं थी। स्पष्ट कुछ भी कहने और दिखाने से बचा जा रहा था। जिससे राजनीतिक पंडितों को लगने लगा था कि इस बार वसुंधरा राजे के हाथ मेंं पावर नहीं दी जाएगी और उनके समर्थक विधायकों व नेताओं को टिकट वितरण में ज्यादा तवज्जों नहीं दी जाएगी। भाजपा की पहली सूची जारी होने के बाद ऐसा ही लगने भी लगा था, लेकिन आज भाजपा ने जो 83 प्रत्याशियों की सूची जारी की है, उसे देखने के बाद लोगों को लगने लगा है कि आखिर पार्टी आलाकमान पॉलिटिक्स प्रेशर में आ ही गया।
भाजपा की इस दूसरी लिस्ट में कालीचरण सर्राफ, प्रताप सिंघवी, कालूराम मेघवाल, कैलाश वर्मा, सिद्धिकुमारी, नरपतसिंह राजवी, वासुदेव देवनानी, मंजू बाघमार, संतोष अहलावत, गोविन्द प्रसाद, सामाराम गरासिया, बिहारीलाल विश्नोई, नरेन्द्र नागर, कैलाश मीणा व अनिता भदेल को प्रत्याशी घोषित किया गया है, जो वसुंधरा राजे के करीबी माने जाते हैं। इन नेताओं को पार्टी प्रत्याशी बनाया जाना वसुंधरा राजे खेमे में खुशी की वजह बताई जाने लगी है और पॉलिटिक्स प्रेशर भी।
वहीं भाजपा ने अपनी दूसरी लिस्ट में अपने 8 मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए हैं। जिनमें सूरसागर से सूर्यकांता व्यास, मकराना से रूपाराम मुरावतिया, सूरजगढ़ से सुभाष पूनिया और चित्तौडग़ढ़ से चंद्रभान आक्या हैं। इन मौजूदा विधायकों के टिकट काटे जाने से कार्यकर्ताओं का विरोध भी शुरू हो गया है। पार्टी ने मौजूदा विधायकों के टिकट किस आधार पर काटे हैं, इस बारे में कोई बयान सामने नहीं आया है। हालांकि पार्टी के बड़े नेता पहले से ही डैमेज कंट्रोल के लिए मैदान में उतर गए हैं।