नेताओं की गुटबाजी से भी पार्टी की बढ़ गई हैं चिंताएं
तीसरे दिन भी एक दर्जन प्रत्याशियों के विरोध का दौर रहा जारी
बीकानेर। प्रदेश में 41 भाजपा प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने के बाद उत्पन्न हुआ विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। आज तीसरे दिन भी एक दर्जन प्रत्याशियों के विरोध का दौर जारी रहा। प्रत्याशियों के बढ़ते विरोध और प्रदेश के नेताओं में व्याप्त गुटबाजी ने भाजपा आलाकमान की चिंताएं बढ़ा दी है।
राजनीतिक सूत्रों के अनुसार सूची से नाखुश राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थानीय पदाधिकारियों ने भी अपनी नाराजगी उच्च स्तर तक पहुंचाई है। गुटबाजी और प्रत्याशियों के विरोध को थामने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शनिवार को जयपुर पहुंचेंगे। वे यहां पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करेंगे।
अमित शाह की यात्रा से पहले आज प्रदेश चुनाव प्रभारी केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी, प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी और प्रतिपक्ष नेता राजेंद्र राठौड़ की बैठक हुई। सूत्रों के अनुसार बैठक में अब तक घोषित टिकटों में से आधा दर्जन सीटों पर पार्टी के मजबूत बागियों के चुनाव लडऩे की घोषणा से होने वाले नुकसान की समीक्षा की गई। इस बीच दो सांसदों और कई विधायकों ने भाजपा आलाकमान को संदेश पहुंचाया है कि प्रदेश के नेताओं में बढ़ती गुटबाजी को रोकने के लिए केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव का चेहरा आगे किया जा सकता है।
चुनाव के बाद बहुमत मिलने पर यादव को मुख्यमंत्री बनाने को लेकर पार्टी नेताओं में अभी से अनौपचारिक संदेश दिया जाना चाहिए। ऐसा करने से गुटबाजी पर काफी हद तक लगाम लग सकती है। यादव प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं। वे निर्विवाद नेता माने जाते हैं। यादव वर्तमान में मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रभारी हैं। सूत्रों के अनुसार पहली सूची में अपने कम समर्थकों को टिकट मिलने पर वसुंधरा राजे ने अपनी नाराजगी आलाकमान तक पहुंचाई है। आलाकमान को वसुंधरा राजे की नाराजगी का डर भी सता रहा है। ऐसे में शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आने वाले दिनों में वसुंधरा राजे के साथ शेष 159 सीटों पर टिकट तय करने को लेकर चर्चा करेंगे। सूत्रों के अनुसार अगली सूचियों में वसुंधरा राजे समर्थकों को शामिल किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि टिकट नहीं मिलने पर बागी होकर चुनाव लडऩे की घोषणा करने वालों एवं नाराज नेताओं को मनाने का जिम्मा भाजपा ने वरिष्ठ नेताओं को सौंपा है। इसी सिलसिले में आज केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत अजमेर, केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी पाली और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया श्रीगंगानगर पहुंचे हैं। अरूण सिंह भी फोन पर नाराज नेताओं से संपर्क साधते रहे।
सूत्रों के अनुसार छत्तीसगढ़ प्रभारी ओमप्रकाश माथुर और राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने वसुंधरा राजे के पक्ष में आलाकमान के समक्ष अपनी बात पहुंचाई है। दोनों नेताओं ने कहा कि प्रदेश में अब भी वसुंधरा राजे ही लोकप्रिय चेहरा है। केंद्रीय मंत्री शेखावत का रूख भी वसुंधरा राजे के पक्ष में बताया जाता है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मुकबाले में भाजपा के पास वसुंधरा राजे ही ऐसी नेता हैं, जिनकी पूरे प्रदेश में पहचान है। उधर, हिंडौन, नगर, सांचौर, कोटपुतली, तिजारा, किशनगढ़, देवली, उनियारा, झोटवाड़ा, विधाधर नगर व बानसूर में घोषित प्रत्याशियों का विरोध लगातार तीसरे दिन भी जारी रहा।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com