रक्षाबंधन से शुरुआत करने की है उम्मीद
पिछले एक वर्ष से टलाती आ रही है गहलोत सरकार
चुनावी वर्ष होने की वजह से सरकार में आई चेतना
बीकानेर। गहलोत सरकार अब महिलाओं को मोबाइल नहीं देगी बल्कि मोबाइल के बदले रुपए देगी। सीएम अशोक गहलोत ने सीकर के खंडेला विधानसभा क्षेत्र में जनसभा में यह घोषणा की है।
चिरंजीवी परिवारों की महिला मुखियाएं पिछले एक साल से सरकार की इस घोषणा के पूरा होने की उम्मीद कर रहीं हैं लेकिन सरकार लगातार टलाती नजर आई है। चुनावी वर्ष होने की वजह से अब सरकार की चेतना जागी है और वो अपनी इस घोषणा को पूरा करने की कोशिशों में जुट गई है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मुख्यमंत्री डिजिटल सेवा योजना की शुरुआत रक्षाबंधन से होगी। पहले इस योजना के तहत चिरंजीवी परिवारों की महिला मुखियाओं को स्मार्टफोन मिलने थे लेकिन अब उन्हें स्मार्टफोन के बदले रुपए मिलेंगे। चिरंजीवी परिवारों की महिला मुखिया उन रुपयों से अपनी पसंद का मोबाइल खरीद सकेंगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कुछ ऐसा ही संकेत दिया है। सीकर जिले के खंडेला क्षेत्र में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा है कि प्रदेश की महिलाओं को फ्री मोबाइल नहीं मिले या टेंडर नहीं हुए तो महिलाओं के खाते में रुपए जमा करवाए जाएंगे। इससे वे अपनी पसंद का मोबाइल ले सकेंगी। रुपए उन्हीं महिलाओं के खाते में डाले जाएंगे, जो मोबाइल खरीदेंगी।
इधर, भाजपा नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रक्षाबंधन, 2023 पर प्रदेश में 1.31 करोड़ स्मार्टफोन बांटने की तैयारी कर रहे हैं। राजस्थान फ्री मोबाइल योजना को लेकर गफलत बनी हुई है। एक स्मार्टफोन की कीमत करीब 15 हजार रुपए मान ली जाए तो 19 हजार 950 करोड़ का बजट चाहिए, लेकिन मौजूदा वित्तीय वर्ष के बजट में ऐसा कोई प्रावधान ही नहीं रखा गया।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com