यूनियन की बीकानेर जिला कमेटी ने मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
बीकानेर और जैसलमेर सहित कई जिलों में रिक्त पड़ी बंजर जमीन जरुरतमंदों को दिए जाने की भी मांग
बीकानेर। अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन की ओर से बीकानेर जिले को नशामुक्त बनाने की मांग उठाई है। इस मांग सहित 5 सूत्री मांगों का ज्ञापन आज यूनियन की बीकानेर जिला कमेटी की ओर से मुख्यमंत्री को भेजा गया।
ज्ञापन देने कलक्टर कार्यालय पहुंचे प्रतिनिधिमण्डल का नेतृत्व कर रहे यूनियन के जिला सचिव बजरंग छींपा एडवोकेट ने बताया कि 5 सूत्री मांगपत्र के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अवगत कराया है कि बीकानेर जिले में नशे का प्रभाव अत्याधिक बढ़ गया है। जिले के कई गांवों व कस्बों सहित शहर के कई मोहल्ले और कॉलोनियां नशीले पदार्थों की खरीद-फरोख्त के बाजार बन गए हैं। शहरी क्षेत्र में युवाओं के साथ बालकों (टीनेजर) को भी इस काले कारोबार में धकेल कर नशे का आदि बनाया जा रहा है। स्मैक, एमडी, चिट्टा, गांजा जैसे नशीले पदार्थ सरेआम बेचे जा रहे हैं। अगर शासन और प्रशासन अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति दिखाते हुए नशीले पदार्थ तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करे तो जल्दी ही बीकानेर जिला नशामुक्त बन सकता है।
उन्होंने बताया कि बीकानेर जिले में करीब 11 हजार बीघा और जैसलमेर जिले में करीब 45 हजार बीघा जमीन बंजर पड़ी है, अगर इस जमीन को जरुरतमंदों (भूमिहीन) को आवंटित कर दिया जाए तो बहुत से लोगों को कृषि करने का रोजगार मिल जाएगा और देश में अनाज व धान के भंडार भर जाएंगे।
प्रतिनिधिमंंडल में शामिल सोहनलाल मेघवाल ने बताया कि नरेगा में काम के दिनों में बढ़ोतरी के साथ प्रतिदिन मजदूरी 4 सौ रुपए की जानी चाहिए। साथ ही कार्यस्थल पर छाया, पानी, पालना, प्राथमिक चिकित्सा जैसी मूलभूत सुविधाएं भी प्रशासन को उपलब्ध करवानी चाहिए।
ज्ञापन देने गए प्रतिनिधिमंडल में एडवोकेट बजरंग छींपा, सोहनलाल मेघवाल, मनीराम कुकणा, एडवोकेट शिवलाल जाट, एडवोकेट अशोक फुलवारिया, एडवोकेट रमेश मित्तड़, एडवोकेट राहुलसिंह, एडवोकेट महेंद्र बारूपाल, एडवोकेट कमल कान्त शर्मा, एडवोकेट सतीश खत्री, मनोज मेघवाल शामिल रहे।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com