चलाए जा रहे अभियान, रोजाना दर्जनों अपराधियों को पकड़ रही पुलिस, आम दिनों में क्यों नहीं ?
कानून व्यवस्था हमेशा दिखाई दी लचर, चुनावी साल में सरकार को समझ आई प्रजा की पीड़ा !
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com
बीकानेर। पुलिस मुख्यालय से मिले निर्देशों के बाद प्रदेश भर में पुलिस विशेष अभियान चलाकर अपराधियों की धरपकड़ कर रही है। आम दिनों में पुलिस इतना सक्रिय नजर नहीं आती है। जबकि मादक व हथियार तस्कर, सोशल मीडिया पर न्यूसेंस करने वाले, गैंगस्टर्स को फॉलो करने वाले सब प्रदेश में ही रहते हैं, अपराध भी यहीं करते हैं। विधानसभा चुनाव नजदीक होने की वजह से सरकार को प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था को सुधारने का ख्याल आया है।
गौरतलब है कि गैंगस्टर आनन्दपालसिंह के एनकाउंटर के बाद दूसरे गैंगस्टर्स ने राजस्थान में अपना वर्चस्व कायम करने की मुहीम शुरू कर दी थी। इसी मुहीम के चलते प्रदेश में कानून एवं शांति व्यवस्था बदहाल हो गई। वहीं कोरोनाकाल के बाद मादक पदार्थ व हथियारों की तस्करी के मामले बढ़ गए। वहीं वाहन चोरी और सूने घरों में चोरी की वारदातों का ग्राफ भी अपने उच्च स्तर पर पहुंच गया। सोशल मीडिया पर तो आपराधिक प्रवृति के लोगों की सक्रियता बढ़ गई। इन सबसे और बढ़ती आपराधिक घटनाओं से आमजन में भय व्याप्त होने लगा और पुलिस पर भी विश्वास कुछ कम होने लगा।
लोगों में सरकार के मंत्रियों, रूलिंग पार्टी के विधायकों के पुलिस पर बढ़ते दबाव तथा इनसे प्रभावित होती पुलिस की कार्यशैली को लेकर चर्चाएं की जाने लगी थी। हर कोई ये ही कहता सुनाई पड़ रहा था कि राजनीतिक हस्तक्षेप से पुलिस का जलाल कम होता जा रहा है। अपराधियों में पुलिस का भय नहीं रहा है और आमजन में विश्वास भी कम हो रहा है। अगर पुलिस बिना किसी दबाव के और दृढ़ इच्छाशक्ति के अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करे तो प्रदेश में अपराधी पनपने अपने आप कम हो जाएंगे। उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड ने प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में कांग्रेस सरकार की शिथिलता को उजागर कर दिया। वहीं इसके बाद लॉरेन्स और रोहित गोदारा गैंग के गुर्गों की ओर से मोबाइल पर कॉल करके रंगदारी मांगना और नहीं देने पर गोलीबारी जैसी वारदातों ने प्रदेश की जनता को झकझोरने के साथ भयभीत करने का कार्य किया।
जब प्रदेश में हरतरफ शांति व कानून व्यवस्था की बदहाली के चर्चे होने लगे तथा चुनाव की सुगबुगाहट होने लगी, तब कांग्रेस सरकार की चेतना जागी और उन्होंने पुलिस के आधा अधिकारियों के साथ मिलकर आपराधिक प्रवृति के लोगों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की योजना बनाई। इसी योजना के तहत प्रदेश भर में वर्तमान में अवैध हथियारों, मादक पदार्थ तस्करों, खनन माफियाओं, वाहन चोरों, नकबजनोंं, स्थाई वारंटियों, फरार आरोपियों, गैंगस्टर्स के गुर्गों, सोशल मीडिया पर न्यूसेंस करने वालों, गैंगस्टर्स को सोशल मीडिया पर फॉलो व महिमा मण्डन करने वालों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजने के विशेष अलग-अलग अभियान चलाए जा रहे हैं। इन अभियानों के तहत लगातार की जा रही पुलिस कार्रवाई को देखकर आमजनों में चर्चाएं हैं कि अगर पुलिस रोजाना इसी तरह से सक्रिय रहकर कार्रवाई करे तो अपराधियों में भय रहेगा, आपराधिक घटनाओं में कमी आएगी और प्रदेश में शांति एवं कानून व्यवस्था दुरस्त रहेगी।