लगभग हर बार हो जाता है पेपर लीक, नकल माफिया सक्रिय
नेटबंदी के बाद भी पेपर लीक की घटना पर नजर नहीं आया कोई असर
बीकानेर। राजस्थान सहित अन्य प्रदेशों की सरकारों के लिए परीक्षा कराना चुनौतीपूर्ण हो गया है। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक और नकल की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार नेटबंदी सहित अन्य उपाय करती रही है। इन सबके बावजूद पेपर लीक और नकल की घटनाएं सामने आती रहती हैं। सरकार की नेटबंदी कार्रवाई का कई बार विरोध भी होता रहा है।
भर्ती परीक्षा का पेपर लीक न हो और अफवाहों का बाजार ठंडा रहे, यह बड़ा कारण नेटबंदी का बताया जाता है। नकल के मास्टर माइंड्स को फेल करने के लिए पुलिस-प्रशासन इंटरनेट सेवा बंद रखता है। इन सभी दांवों के बीच की पेपर लीक की घटना नहीं रुक पाई है। हालांकि इस दौरान फाइबर से इंटरनेट सेवा जारी रहती है। सरकार के आदेश से पूरे प्रदेश का कारोबारी परेशान रहता है। ऑनलाइन क्लासेस और सभी इंटरनेट सेवा से जुड़ेे काम रूक जाते हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आज से शुरू हुई थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए प्रशासन ने प्रदेश के कुल 11 जिलों में नेट बंदी का आदेश जारी कर दिया है। इसके बावजूद भी बीकानेर और जोधपुर में नकल गिरोह के गुर्गों को पकड़ा गया। वहीं इस बार की परीक्षा में एक मार्च तक नौ पारियों में कुल 2940 परीक्षा केंद्रों पर 9,64,965 अभ्यर्थी बैठेंगे।
बार-बार इंटरनेट बंद
राजस्थान में जब इंटरनेट बंद होने की बात सामने आती है तो लोगों को लग जाता है कि परीक्षा होने वाली है। यह कोई नई बात नहीं है। पिछले 10 साल में करीब 80 बार इंटरनेट बंद किया जा चुका है। इसमें ज्यादातर मामले में परीक्षा ही रही है। इसमें जयपुर, उदयपुर, भीलवाड़ा, सीकर और भरतपुर सबसे ज्यादा नेटबंदी हुई है। नेटबंदी की कार्रवाई को लेकर दोनों दलों की सरकारों ने ऐसा ही किया है। इससे यहां की जनता तो परेशान हुई लेकिन पेपर लीक की घटना पर कोई खास असर नहीं दिखाई दिया। फिर भी सरकार इस ट्रिक को अपना रही है।
इस बार इन जिलों में है प्रभाव
सरकारी आदेश के अनुसार 25 फरवरी से एक मार्च तक तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती आयोजित हो रही है। इसमें परीक्षा को सफल बनाने के लिए 25 और 26 को जयपुर सहित जोधपुर, अजमेर, बीकानेर, कोटा, उदयपुर और भरतपुर संभागीय जिला मुख्यालय तथा अलवर, भीलवाड़ा, टोंक व श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय पर 27 फरवरी को भी जयपुर मं नेटबंदी की जानी है। भरतपुर संभागीय आयुक्त ने जिला मुख्यालय की 20 किमी की परिधि में तथा बीकानेर संभागीय आयुक्त ने 25 व 26 फरवरी को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद रखने के आदेश दिए हैं। हालांकि अजमेर को छोड़कर किसी अन्य जिले में इसे फॉलो नहीं किया गया है।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com