कुछ प्रतिशत राशि के लालच में वांछितों के साथ किया जा रहा है छल
अवकाश के दिन की जाती है काली करतूत
बीकानेर। अभी तक तो कुछ सरकारी विभागों और सरकारी निकायों में ही दलाल सक्रिय रहने की बातें सामने आती रही हैं लेकिन अब बैंकों में भी दलाल शुरू हो गए हैं। ये दलाल कुछ प्रतिशत राशि लेकर गैर वांछितों को भी लोन दिलवाकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में लगे हैं।
गौरतलब है कि वर्तमान में हजारों बेरोजगार युवक अपना रोजगार शुरू करने के लिए और जरूरतमंद अपने बहुत जरूरी कार्य करने के लिए लोन मिलने की उम्मीद लेकर बैंकों के चक्कर लगाते दिखाई दे रहे हैं लेकिन बैंकों में दलाल की सक्रियता बढ़ जाने की वजह से इन वांछित बेरोजगारों और जरूरतमंदों को लोन नहीं मिल रहा है। जबकि दलालों की मदद से गैर वांछित लोग बैंक से लोन लेकर अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं।
विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लोन दिलवाने के कार्य में लगे दलाल विशेष कर अवकाश वाले दिनों में बैंक पहुंचते हैं और वहां कुछ बैंककर्मियों की मदद से अपने कार्य सिद्ध करते हैं। बताया तो यह भी जा रहा है कि दलालों की बैंकों में सक्रियता इतनी बढ़ गई है कि आमजन को दलालों की मदद के बिना लोन मिलना ही मुश्किल हो गया है।
सूत्र बताते हैं कि पिछले तीन वर्षों में अगर लोन लेने वालों की जांच की जाए तो स्थिति साफ हो जाएगी कि इस खेल में किस-किस की मिलीभगत है और इसमें कितना भ्रष्टाचार किया गया है। हालांकि दलालों की मदद से लोन लेने वाले लोग अपना लोन समय पर जमा भी करवा रहे हैं, लेकिन दलालों को और उनके जरिए बैंककर्मियों तक पहुंचने वाली राशि भी लोन की ब्याज दर को बढ़ाने में सहयोग देती है। सहज और कम समय में लोन लेने के लिए लोग इन दलालों और भ्रष्ट बैंककर्मियों के चंगुल में आ जाते हैं और एक रुपए का चार रुपए वापिस बैंक को भरकर अपनी कमाई गवां रहे हैं।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com