संयुक्त निदेशक, सीएमएचओ के जरिए मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
आंदोलन करने की सरकार को दी चेतावनी
बीकानेर। सरकार की अनदेखी के चलते नर्सिंगकर्मी ( Nursing workers ) खफा नजर आने लगे हैं। राजस्थान राज्य नर्सेज एसोसिएशन एकीकृत के प्रांतव्यापी निर्णय अनुसार नर्सिंगकर्मियों ने सरकार को अपनी मांगों का ज्ञापन भिजवाया है। नर्सेज के प्रतिनिधिमण्डल ने आज स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. देवेंद्र चौधरी, सीएमएचओ डॉ. अबरार पंवार व ब्लॉक सीएमएचओ डॉ. सुनील हर्ष के जरिए मुख्यमंत्री को ज्ञापन भिजवाया है।
जिलाध्यक्ष श्रवण कुमार वर्मा ने बताया कि नर्सेज की ओर से पूर्व में मांगपत्र भेज कर नर्सिंगकर्मियों की मांगों पर सरकार का ध्यानाकर्षण किया गया था, जिसके बाद भी सरकार की ओर से कोई उचित कार्यवाही नहीं किए जाने से नर्सेज में आक्रोश व्याप्त है तथा नर्सेज आंदोलन के लिए अब मजबूर हैं। आंदोलन के प्राथमिक चरण में नर्सेज की जायज लंबित मांगों पर सरकार का मुख्यालय स्तर से ज्ञापन भिजवाए गए थे। अब सरकार संवादहीनता करके नर्सेज की अनदेखी कर रही है इसलिए संस्थान स्तर से कर्मचारी लामबंदी अभियान के तहत एक बार पुन: ज्ञापन भिजवा रहे हैं।
नर्सेज वरिष्ठ उपाध्यक्ष महिपाल चौधरी ने बताया कि नर्सेज के ग्यारह सूत्रीय मांगपत्र में प्रमुख मांगों मे छठे एवं सातवे वेतन आयोग की विसंगतियों को दूर करते हुए समस्त प्रकार के भत्तों को केंद्र के समान करने, ग्रामीण भत्ते एवं स्टेशनरी भत्ते को पुन: शुरू करने, नर्सेज के ड्रेस कोड को परिवर्तित करने, तथा नर्सेज की समयबद्ध पदोन्नति करके एसीपी का लाभ 9, 18, 27 के स्थान पर 6, 12, 18, 24 करने एवं संविदा, एनआरएचएम, एनएचएम, यूटीबी, आरएमआरएस प्लेसमेंट एजेंसी तथा अन्य कार्मिकों को सम्मानजनक वेतन करके शीघ्र स्थायीकरण करने, नर्सेज कैडर पुनर्गठन व नर्सिंग शिक्षा के संबंध में नीति निर्धारित संबंधित कई मांगों को शामिल किया गया है। प्रतिनिधि मण्डल में जिलाध्यक्ष श्रवणकुमार वर्मा, महिपाल चौधरी, सुनील सेन, अमित वशिष्ठ, रामनिवास, सुनील स्वामी, इदरीश अहमद जोइया सहित कई पदाधिकारी शामिल रहे।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com