केन्द्रीय कारागार परिसर स्थित महिला जेल में सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मनाई दीवाली
दोबारा कानून अपने हाथ में नहीं लेने का दिलाया संकल्प
बीकानेर। देश में दीपावली का त्योहार मनाया जा रहा है। हर तरफ जगमग है। ऐसे माहौल के बीच सामाजिक कार्यकताओं ने केंद्रीय कारागार जाकर महिला कैदियों के साथ दिवाली मनाई। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने दीप जलाकर दीपावली पर्व की खुशियां महिला कैदियों के चेहरों पर मुस्कान लाने की कोशिश की। महिला कैदियों को मिठाई और फल भी भेंट किए।
केंद्रीय कारागार महिला जेलर लीला प्रजापत ने बताया कि पाच दिवसीय दीपोत्सव पर हर जगह लोग एक-दूसरे में खुशियां बांट रहे हैं। दीपावाली के त्यौहार पर महिला बंदियों के बीच कुछ महिला समाज सेवी आगे आकर महिला कैदियों के साथ उजाले का पर्व मनाया है। महिला कैदियों को मिष्ठान और फल भेंट किए हैं। सामाजिक कार्यकर्ता कविता पारीक ने बताया कि जेल में बंद लोग भी समाज का हिस्सा हैं। जाने-अनजाने में की गई गलतियों का प्रायश्चित करते हुए अपना कर्म सुधारें, जिससे जल्दी वापस आकर समाजहित में योगदान दे सकें।
इस अवसर पर महिला कैदियों को दोबारा कानून को अपने हाथ में न लेने का संकल्प दिलाया गया। साथ ही उन्हें बताया गया कि हम सबको अपने जीवन में शिक्षा के महत्व को समझते हुए ज्ञान अर्जित करना चाहिए। अज्ञानतावश हुई गलती पर भूल सुधार आवश्यक है। इस अवसर पर अमरजीतसिंह, महावीर राजपुरोहित, श्रवण रामावत भी मौैजूद रहे।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com