सरकार की ओर से ट्रांसजेंडर करवाने पर दी जाने वाली राशि का भी किया है विरोध
मीडिया से मुखातिब होकर बयां की अपनी पीड़ा
बीकानेर। मंगलामुखी किन्नर समाज ने उन्हें थर्डजेंडर के नाम से प्रचारित और प्रसारित करने पर आपत्ति दर्ज करवाई है। साथ ही सरकार की ओर से जेंडर परिवर्तन करने वालों को ढाई लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि देने पर भी अपना विरोध प्रकट किया है।
मंगलामुखी किन्नर समाज की गद्दीपति मुस्कान बाई ने आज मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि शहर की सिंगियो के चौक में मंगलामुखी किन्नर समाज की राजा महाराजाओं के जमाने की गद्दीपति हवेली आज भी है, जिसकी चौदह पीढिय़ां गद्दीधारी है,। हमारे पास ताम्रपत्र है, हवेली के बाहर भी बड़े अक्षरों में हिंजड़ों की हवेली लिखा हुआ है।
यहां से हमारे बावन घर निकास हुए हैं। ऐसी गद्दी को थर्डजेंडर के नाम से प्रचारित और प्रसारित करने पर हमें घोर आपत्ति है। थर्डजेंडर उसे कहा जाता है जो अपना लिंग परिवर्तन कराते हैं, लड़की से लड़का और लड़के से लड़की बनने वालों को थर्डजेंडर कहा जाता है। हमें लिंग परिवर्तन कराने की जरूरत नहीं है और ना ही हम ऐसे लोगों को अपनी बिरादरी का मानते हैं।
उन्होंने बताया कि हाल ही में हमारे लिए थर्डजेंडर शब्द का इस्तेमाल समाचार पत्र में किया गया। हमारी हवेली के नाम से थर्डजेंडर हमसे पूछे बगैर लिखा गया है, इससे हमें आपत्ति है। साथ ही हम सरकार से भी मांग करते हैं कि वह जेंडर परिवर्तन करने वालों को ढाई लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि दे रही है, वह गलत है। इस तरह से अपना जेंडर परिवर्तन करवाने की तादाद बढ़ जाएगी। इससे हमारा अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा। उन्होंने मीडिया के जरिए सरकार के समक्ष मांग रखी कि वे जेंडर परिवर्तन करवाने वालों को प्रोत्साहन राशि देने के अपने फैसले पर दोबारा से विचार करे। वरना समाज में एक नई समस्या उत्पन्न हो सकती है।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com