प्रदेश में बिजली संकट, स्थिति संभालने में सरकार अभी तक नाकाम
पॉवर मैनेजमेंट को लेकर प्रदेश भर में बिजली कटौती कर रही सरकार
बीकानेर। प्रदेश में बड़े स्तर पर बिजली कटौती शूरू हो गई है। बिजली संकट की स्थिति से पार पाने की में सरकार अभी तक नाकाम साबित हुई है। सरकार ने अब गांवों के बाद शहरों में भी बिजली कटौती शुरू करवा दी है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक से प्रदेश के ऊर्जा मंत्री भंवरसिंह भाटी ने जयपुर में मीडिया से कहा है कि गांवों के बाद अब शहरों में भी बिजली कटौती लागू होगी। जिसमें संभाग स्तर पर 1 घंटे बिजली कटौती होगी तो वहीं, जिला स्तर पर 2 घंटे की बिजली कटौती जाएगी। कस्बाई और नगर पालिका स्तर पर 3 घंटे पॉवर कट रहेगा। इसके अलावा 5000 से ज्यादा आबादी वाले के कस्बों में भी 3 घंटे बिजली कटौती होगी।
प्रदेश में 15 अप्रेल के बाद से प्रतिदिन 25 से 28 करोड़ यूनिट की मांग है। कई ग्रामीण क्षेत्रों में 10-12 घंटे तक की बिजली कटौती की जा रही है। अब शहरी क्षेत्रों में भी बिजली कटौती होगी। जानकारी के अनुसार भीषण गर्मी के कारण बिजली की मांग बढ़ गई है और पॉवर मैनेजमेंट को लेकर कड़े फैसले लेने पड़ रहे हैं।
जानकारों के अनुसार प्रत्येक वर्ष गर्मियों के दिनों में बिजली का संकट हो जाता है। प्रत्येक वर्ष सरकार अतिरिक्त बिजली पास के राज्यों से खरीदती है। इस बार रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से कोयले की कमी हो गई, जिसकी वजह से कई राज्यों में बिजली संकट गहरा गया। बिजली संकट से निपटने के लिए प्रदेश की गहलोत सरकार को काफी पहले से ही कोशिशें शुरू कर देनी चाहिए थी। लेकिन इस बार प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी पार्टी और सरकार में चल रही अन्तर्कलह में ही उलझे रहे और प्रदेश में बिजली संकट गहरा गया।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com