कोरोना वायरस के संक्रमण ने बढ़ाई गति
एनसीआर में काफी तादाद में छोटे बच्चे आ रहे हैं चपेट में
दिल्ली। एनसीआर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों ने अपनी गति बढ़ा दी है। इस बार छोटे स्कूली बच्चे भी बड़ी संख्या में कोरोना वायरस की चपेट में आ रहे हैं। एनसीआर में कोरोना के मामलों में हो रही बढ़ोतरी को चौथी लहर का संकेत भी माना जा रहा है।
अभी तक किसी भी विशेषज्ञ और डाक्टर ने भारत में चौथी लहर को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। यह अलग बात है कि आइआइटी कानपुर के वैज्ञानिक मणीन्द्र अग्रवाल कुछ महीने पहले कोरोना को लेकर चौथी लहर की बात कर चुके हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच विशेषज्ञ बता रहे हैं कि लोग कैसे खुद को कोरोना वायरस की चपेट में आने से बचा सकते हैं।
मास्क लगाएं, कोरोना आपको छू तक नहीं पाएगा
कोरोना वायरस संक्रमण के विस्तार के साथ यह भी तय हो गया है कि इससे लड़ाई सावधानी के साथ ही जीती जा सकती है। कोरोनावायरस से दूरी बनाने का सबसे आसान तरीका है मास्क। जी, हां, कुछ रुपयों में मिलने वाला मास्क आपको कोरोनावायरस की चपेट में नहीं आने देगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के विशेषज्ञों का कहना है कि मास्क पहनने से कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आने का खतरा बहुत कम हो जाता है।
भीड़भाड़ वाले स्थान पर जरूरी न हो ना जाएं
देश-दुनिया के तमाम विशेषज्ञ लगातार इस बात का इशारा कर रहे हैं कि कोरोना वायरस अभी गया नहीं है और भविष्य में भी यह भेष बदलकर आता रहेगा। इस बाबत विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन ने लोगों को सलाह दी है कि कोरोना वायरस हवा से फैलने वाला वायरस है। ऐसे में भीड़भाड़ वाले स्थानों पर संक्रमण का ज्यादा खतरा है। लोगों को चाहिए कि वे भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से परहेज करें, जब तक कि जरूरी नहीं हो।
लगवाएं बूस्टर डोज
कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में बूस्टर डोज की अहमियत बढ़ गई है, क्योंकि कोरोना का टीका लगवाने वाले लोगों पर वायरस का असर कम होता है। तीसरी लहर के दौरान देश में मौतों के आंकड़ों में कमी आने की वजह से ज्यादातर लोगों को कोरोना की पहली और दूसरी डोज लेना रहा। विशेषज्ञों का भी कहना है कि बूस्टर डोज काफी हद तक कोरोना वायरस से बचाव कर सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना रोधी वैक्सीन की दोनों डोज का असर लगभग 6 से 9 महीने में रहता है। ऐसे में बूस्टर डोज से लोगों को इम्यून काफी मजबूत होगा और साथ ही कोरोना से लड़ाई में काफी सहायक होगा।