जिले में पुलिस का खौफ होता खत्म, निरंकुश हुए अपराधी
सरेआम दे रहे वारदातों को अंजाम, जनप्रतिनिधियों पर संंरक्षण देने के आरोप
बीकानेर। ‘अपराधियों में डर, आमजन में विश्वास’ इस ध्येय वाक्य को लेकर कार्य करने वाली राजस्थान पुलिस का जलवा अब कम होता नजर आ रहा है। विशेष रूप से बीकानेर जिले में तो खाकी का खौफ खत्म सा ही हो गया लगता है। यहां आपराधिक प्रवृत्ति के लोग बिना कोई खौफ खाए सरेआम वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। आए दिन हो रही आपराधिक वारदातों ने आमजन को भय में लाकर खड़ा कर दिया है।
शहर के जागरूक लोगों का मानना है कि बीकानेर पुलिस ‘अपराधियों में विश्वास, आमजन में भय’ वाक्य को सार्थक कर रही है। यही वजह है कि बीकानेर जिले की जनता इन दिनों खौफजदा है और अपराधी बेपरवाह होकर नित नये कांड कर रहे हैं। खासकर, लुटेरों, नकबजनों की पौ बारह पच्चीस है। सरेराह, सरेआम ये लुटेरे और नकबजन आमजन के मोबाइल, पर्स व चैन आदि झपट रहे हैं तो वहीं दिन में ही घरों में घुसकर चोर मोटर साइकिल, सिलेंडर आदि चुरा रहे हैं। हर दिन ऐसी घटनायें हो रही हैं लेकिन पुलिस को कोई असर नहीं है जिस कारण चोरों-लुटेरों के हौसले बुलंद है।
आमजन यदि थाने में एफआईआर दर्ज करवाने पहुंचता है तो वहां जल्दी तो किसी भी स्तर पर कोई सुनवाई नहीं होती है। फरियादी को दो-चार घंटों का इंतजार करने के बाद अपनी पीड़ा बयां करने का मौका आता है पुलिसकर्मियों का अक्खड़ व्यवहार उनकी न्याय मिलने की उम्मीदों पर पानी फेर देता है। अनेक बार चोरों को पकड़ कर पुलिस तक ले जाया जाता है लेकिन फिर भी उन्हें ससम्मान छोड़ दिया जाता है।
खुलेआम हो रहा है हथियारों का उपयोग
आपराधिक प्रवृत्ति के लोग बिना किसी भय के सरेआम घातक हथियारों का उपयोग कर रहे हैं। जिससे यह साबित होता है कि बीकानेर हथियारों की मंडी बन गया है। पुलिस अवैध हथियार कारोबार से जुड़े लोगों तक नहीं पहुंच सकी है। बीकानेर में कौन-कौन अवैध कारोबार से जुड़ा है, यह भी पुलिस से छिपा नहीं है, इसके बाद भी पुलिस के हाथ अपराधियों के गिरेहबान तक नहीं पहुंच सके हैं। वहीं जुए-सट्टे और नशीले पदार्थों का कारोबार भी जिले में बड़े पैमाने पर हो रहा है। जुए-सट्टे के कारोबारी और मादक पदार्थ कारोबारी भी पुलिस से छिपे नहीं है। इसके बावजूद भी कभी कोई बड़े तस्कर के खिलाफ कार्रवाई होती नजर नहीं आई है।
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com