पुलिस ने जयपुर से पकड़ा गैंग का सरगना तुलसाराम कालेर
करीब सवा महीने बाद पुलिस पकड़ सकी आरोपी युवक को
पुलिस में एसआई के पद पर तीन साल नौकरी कर चुका है आरोपी
#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com
बीकानेर। आखिरकार सवा महीने बाद रीट-2021 परीक्षा में चप्पल में डिवाइस लगाकर नकल करवाने वाली गैंग के मुखिया को पुलिस ने जयपुर से गिरफ्तार कर लिया है। अब पुलिस से पूछताछ करने में जुटी है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शैलेंद्रसिंह इंदौलिया ने बताया कि कई टीमें घटना के बाद से ही तुलसाराम को गिरफ्तार करने में लगी थीं। पुलिस के पास पुख्ता सूचना थी कि जयपुर में अजमेर रोड स्थित एक आवासीय सोसायटी में रुका हुआ है। तब पुलिस ने अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया और जयपुर से आरोपी तुलसाराम को गिरफ्तार कर लिया।
शातिर है नकल गैंग का सरगना
प्रदेश के अलग-अलग जिलों में चलती परीक्षा में कई अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया गया था जिनसे स्पष्ट हुआ कि नकल करवाने वाला मुख्य सरगना तुलछाराम कालेर है। शातिर किस्म का होने से उसको भनक लग गई थी जिससे वह पुलिस की पकड़ से दूर भाग गया। वह प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर छिप कर फरारी काट रहा था। आरोपी तुलसाराम वारदात के बाद श्रीगंगानगर, चूरू, सीकर, अजमेर में फरारी काट कर जयपुर आकर रहने लग गया। मुख्य सरगना खुद 03 साल पुलिस मे नौकरी कर चुका है। जिससे पुलिस के काम करने के तरीके से पूरी तरह वाकिफ था।
मोबाइल व ब्ल्यूट्रूथ डिवाइस, चप्पल डिवाइस व एचएमडीटी का उपयोग
आरोपी तुलसाराम से पूछताछ मे यह तथ्य पुलिस के सामने आए हैं कि ब्ल्यूट्रूथ डिवाइस व अन्य डिवाइस इस तरह से तैयार करवाई जाती थी कि उसके अंदर वायस कॉलिंग डिवाइस बैटरी, सिम शॉकेट आदि फिट किये जाते थे व एक मक्खी नुमा ब्ल्यूट्रूथ अभ्यर्थी के कान के अंदर बहुत बारीकी से सेट किया जाता था। जिससे परीक्षा सेटर में किसी को भी शक ना हो व ना ही प्रशासन के पकड़ में आ सके। बहुत ही शातिर तरीके से डिवाइस को अंडरगारमेंट में बारीकी से छिपाकर इसका उपयोग करवाया जाता व पैरो मे चप्पल पहनने पर किसी को शक नहीं होने की भी संभावना बहुत ज्यादा थी।
इन पुलिसकर्मियों की सक्रियता से ऐसे पकड़ में आया आरोपी
गंगाशहर थानाप्रभारी राणीदान उज्जवल के निर्देशन में गंगाशहर थाना के उपनिरीक्षक राकेश स्वामी, हैड कानि दीपक यादव, कानदान सांदू, कानि वासूदेव, कानि चन्द्रभान को जयपुर के लिए रवाना किया। पुलिस टीम चिन्हित जगह पर पहुंचकर सोसायटी के बारे में सम्पूर्ण जानकारी जुटाई और पाया कि सोसायटी में बहु मंजिला इमारतें व हजारों लोगों का निवास था। पुलिस के लिए आरोपी के निवास स्थान तक पहुंचना एक बहुत बड़ी चुनौती थी। पुलिस टीम ने शातिर तुलसाराम कालेर की नजरों से बचते हुए करीब पहुंचने के लिए अपना स्वयं का हुलिया बदला। पुलिस टीम के सदस्य अलग-अलग कार्य करने वाले के रूप में जैसे, दुधिया बनकर, बिल्डिंग मेंटिनेंस कर्मचारी, ऑनलाइन डिलीवरी वाला बनकर तुलसाराम के निवास स्थान तक पहुंचे और उसको गिरफ्तार किया।