शिक्षक की अनुठी पहल, सरकारी स्कूल में बनाया स्मार्टफोन बैंक, देखें वीडियो…

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Teacher's unique initiative, smartphone bank built in government school

पुरस्कार राशि को लगाया विद्यार्थियों के हित में, समाज को दिया सेवा का संदेश

कुछ दिनों पहले शिक्षक दिवस पर राष्ट्रपति से मिला था राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार

#KAMAL KANT SHARMA / BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com

बीकानेर। प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार सरकारी स्कूलों को हाइटेक बनाने की दिशा में कई काम कर रही है। ताकि सरकारी स्कूल में बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके। कोरोना महामारी के दौरान स्कूल बंद होने के बाद भी शिक्षा विभाग ने छात्रों की शिक्षा जारी रखने के लिए ऑनलाइन शिक्षण व्यवस्था शुरू की थी। लेकिन सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले कमजोर वर्ग के बच्चों के सामने एक बड़ी समस्या मोबाइल उपलब्धता की थी। अब इस समस्या को दूर करने के लिए बीकानेर के ही एक शिक्षक ने नवाचार करते हुए सरकारी स्कूल में स्मार्टफोन बैंक खोला है।


शहर के छोटे से राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय जेलवेल में ज्यादातर बच्चे कमजोर वर्ग के परिवारों के हैं जो मोबाइल जैसी सुविधाओं से अभी कोसों दूर हैं, विशेष रूप से एन्ड्रायड या स्मार्टफोन से, लेकिन पढऩे में ये बालक होनहार हैं। ऐसे में ऑनलाइन शिक्षण करने में बच्चों को परेशानी हो रही थी। हाल ही में संस्था प्रधान बनकर आए दीपक जोशी ने इन बच्चों की परेशानी को देखते हुए स्कूल में ही स्मार्टफोन बैंक की स्थापना करने की योजना बनाई, लेकिन इतने स्मार्टफोन उपलब्ध करवाना उनके सामने एक बड़ी चुनौती थी। यहां यह बताना भी बहुत जरूरी है कि शिक्षक दीपक जोशी को अभी हाल ही में शिक्षक दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय शिक्षक पुरुस्कार-2021 से राष्ट्रपति ने सम्मानित किया था। शिक्षक जोशी ने अपनी यह पुरस्कार राशि 51 हजार रुपए स्मार्टफोन बैंक के लिए भेंट की और अन्य शिक्षकों व भामाशाहों के सहयोग से 21 जरूरतमंद परिवारों के बच्चों को 21 स्मार्टफोन उपलब्ध करवाए, जिससे आज कुल 52 छात्र लाभान्वित हो रहे हैं।


अब स्मार्टफोन मिलने से विद्यार्थियों के चेहरे भी खिल गए हैं। विद्यार्थियों का कहना है कि पहले उन्हें फोन मांगकर पढऩा पड़ता था लेकिन अब स्कूल से फोन मिलने से पढ़ाई और भी अच्छी होने लगी है। यह फोन विद्यार्थियों के पास स्कूल की धरोहर के रूप में रहता है और इंटरनेट का रिचार्ज भी स्कूल ही उपलब्ध करवा रहा है।


शिक्षकों ने आरम्भ में इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया है, जिसे जन सहयोग से आगे बढ़ाया जाएगा और स्कूल के प्रत्येक जरूरतमंद विद्यार्थी को स्मार्टफोन उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए शिक्षकगण लोगों को भी पुराने स्मार्टफोन बैंक में देने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। ताकि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी विद्यार्थियों की शिक्षा अनवरत रूप से चलती रहे। बीकानेर के शिक्षक के नवाचार से यदि प्रदेश भर के सरकारी शिक्षक यह सीख लेते हैं तो वह दिन दूर नहीं जब प्रत्येक जरूरतमंद विद्यार्थी के हाथ में अपना स्मार्टफोन होगा और वह ऑनलाइन शिक्षण व्यवस्था के जरिए बेहतर शिक्षा ग्रहण करने में पीछे नहीं रहेगा।

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