सरकार ने 30 करोड़ रुपये का फंड किया मंजूर
इस गणतंत्र दिवस परेड में ऊंटों के दल में महिलाएं भी होंगी शामिल
नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा को इजरायल की तरह अत्याधुनिक बनाने की कवायद तेज कर दी गई है। चप्पे-चप्पे पर कैमरे हों होंगे। दूर से ही दुश्मन पर नजर रखने के लिए तीसरी आंख लगेगी। आसमानी निगरानी होगी। पाकिस्तान और बांग्लादेश से सटी सीमा पर 5500 सिक्योरिटी कैमरा लगाने की तैयारी की जा रही है। सरकार ने इसके लिए 30 करोड़ रुपये जारी किए हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस फंड से सिर्फ कैमरे ही नहीं बल्कि ड्रोन्स और हैंड हेल्ड थर्मल इमेजर भी मंगाए जा रहे हैं। ड्रोन्स और कैमरे से निगरानी होगी। रात में थर्मल इमेजर भी बीएसएफ के काम आएगा। सरकार ने पाकिस्तान और बांग्लादेश सीमा पर भारतीय मोर्चों की रक्षा के लिए तैनात बीएसएफ के लिए निगरानी कैमरे, ड्रोन और अन्य निगरानी उपकरणों की खरीद के लिए 30 करोड़ रुपये के फंड को मंजूरी दी है। अगले साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में बीएसएफ की पहली महिला टुकड़ी अपने पुरुष समकक्षों के साथ ऊंटों की सवारी करती भी दिखेंगी।
बीएसएफ के महानिदेशक पंकज कुमार सिंह ने बल के 58वें स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर दिल्ली में मीडिया से कहा कि हम पाकिस्तान और बांग्लादेश सीमा के अग्रिम मोर्चों पर साढ़े पांच हजार कैमरे लगाने जा रहे है। पश्चिमी मोर्चे यानी पाकिस्तान सीमा पर वर्तमान में बल के पास ड्रोन यानी मानव रहित हवाई वाहनों द्वारा उत्पन्न खतरे का मुकाबला करने के लिए एक फुलप्रुफ प्रणाली नहीं है। हालांकि उन्होंने कहा कि हमने सीमावर्ती क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निगरानी बढ़ाई है।
गणतंत्र दिवस परेड में ऊंटों के दल में महिलाएं भी होंगी शामिल
उन्होंने बताया कि अगले गणतंत्र दिवस परेड में ऊंटों के दल में आधी महिलाएं होंगी। यह विभिन्न कर्तव्यों और समारोहों में हमारी महिला कर्मियों की बढ़ती भूमिका का संकेत है। सीमा सुरक्षा बल की प्रसिद्ध ऊंट टुकड़ी अपने अस्तित्व के बाद से 1976 से गणतंत्र दिवस समारोह का एक हिस्सा रही है। इससे पूर्व यह सेना के एक दस्ते के रूप में 1950 से परेड में भाग लेता रहा है।
#KAML KANT SHARM/ BHAWANI JOSHI www.newsfastweb.com