नकली सोना देकर ठगे साढ़े चार लाख रुपए, सदर पुलिस ने किया गिरफ्तार, देखें वीडियो…

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Four and a half lakhs cheated by giving fake gold, Sadar police arrestedA

दोनों शातिर ठग रानीबाजार औद्योगिक क्षेत्र के हैं निवासी

रिश्ते में मामा-भांजा हैं दोनों शातिर ठग

बीकानेर। कैंसर अस्पताल में अपने परिजन का इलाज करवाने यहां आए नोहर निवासी को सस्ता सोना देने की एवज में नकली सोना देकर ठगी करने वाले दो शातिर ठगों को आज सदर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन दोनों शातिर ठगों ने नोहर निवासी से साढ़े चार लाख रुपए ठगे थे। पुलिस ने दोनों ठगों के पास से ठगी के डेढ़ लाख रुपए बरामद किए हैं।

सदर थानाधिकारी महावीरप्रसाद विश्नोई ने बताया कि पकड़े गए दोनों जने प्रेमराज पुत्र कन्हैयालाल चौकीदार बागड़ी और दिनेश पुत्र जेठाराम चौकीदार बागड़ी हैं, दोनों जने यहां रानीबाजार औद्योगिक क्षेत्र में दुर्गा माता मंदिर के पास रहते हैं।
यह मामला 3 जुलाई को दर्ज किया गया था, जिसमें ठगी के शिकार हुए नोहर निवासी भालसिंह पुत्र सूणाराम जाट की ओर से दी गई रिपोर्ट में कहा गया था कि 29 जून को वह अपने परिजन का इलाज करवाने पीबीएम कैंसर अस्पताल में आया था। वहां उसे दो अज्ञात शख्स मिले थे जिन्होंने उन्हें सस्ते दामों पर सोना दिलवाने को कहा। जिस पर परिवादी उनके झांसे में आ गया और उन दोनों अज्ञात लोगों को साढ़े चार लाख रुपए दे दिए। जिसकी एवज में अज्ञात दोनों जनों ने उसे एक किलो सोना दे दिया। जब परिवादी ने उस सोने की जांच करवाई तो वह नकली निकला। इस पर परिवादी सदर थाना पहुंचा और वहां दोनों अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया।

ऐसे आए पकड़ में

पुलिस अधीक्षक प्रहलादसिंह कृष्णिया की ओर से गठित टीम लगातार पीबीएम अस्पताल में निगरानी रख रही थी, इस दौरान सूचनाएं संकलित की गई व संदिधों की पहचान कर मोबाइल कॉल डिटेल व डाटा का गहनता से अध्ययन व विश्लेषण किया गया। परिणामस्वरूप नकली सोना देकर रुपए ठगने वाले आरोपियों की पहचान प्रेमराज बागड़ी व दिनेश बागड़ी के रुप में की गई। इसके बाद मुखबीर व तकनीकि सहायता से आरोपियों को रानीबाजार इंडस्ट्रीयल एरिया से दस्तायाब कर पूछताछ कर अनुसंधान किया गया तो दोनों ठगों ने यह घटना को अंजाम देना स्वीकार कर लिया।
अब पुलिस इन दोनों शातिर ठगों से गहन पूछताछ करने में जुटी है। संभावना है कि दोनों शातिर ठगों द्वारा की गई अन्य वारदातों का खुलासा हो जाए।

ऐसे देते हैं वारदात को अंजाम

दोनों शातिर ठग अस्पताल बस स्टैण्ड आदि जगह घूमते रहते है व सीधे-सादे व्यक्ति की पहचान कर उससे सम्पर्क बढ़ा लेते हैं। स्वयं को किसी फैक्टरी आदि जगह काम करना बताते हैं व खुदाई में सोना मिलने की बात बताते हंै। दोनों शातिर ठग ऐसे व्यक्ति को सोना कम कीमत पर बेचने का झांसा देकर असली सोने का उसी डिजाइन का टुकडा जांच के लिए उस व्यक्ति को दे देते हंै जो कि जांच करवाने पर असली निकलता है। इस पर उस व्यक्ति को आरोपी वैसा ही सोने जैसा पदार्थ देकर रुपये ठग लेते हंै जो कि वास्तव में नकली सोना होता है।

पुलिस अधीक्षक ने यह गठित की थी टीम


वारदात को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक प्रहलाद कृष्णियां व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर पवनकुमार मीणा के निर्देशानुसार टीम गठित की गई। जिसमें वृताधिकारी सदर पवन भदौरिया व सदर थानाधिकारी महावीरप्रसाद के निर्देशन में पीबीएम चौकी प्रभारी जगदीश पण्डार केनेतृत्व में साहबराम हैड कांस्टेबल, लक्ष्मण नेहरा, कांस्टेबल कौशल्या, अनिता को शामिल किया गया। इस वारदात में पुलिस साइबर सैल के कांस्टेबल दिलीप सिंह का विशेष योगदान रहा।

#Kamal kant sharma/Bhawani joshi www.newsfastweb.com

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